घर में इबादत करें, मायावती ने कहा-लॉकडाउन नियमों का पालन करें, शाही इमाम बोले- एक साथ तीन या चार से अधिक लोग तरावीह नहीं पढ़ें
By भाषा | Updated: April 24, 2020 15:48 IST2020-04-24T15:48:17+5:302020-04-24T15:48:17+5:30
कल से रमज़ान का महीना शुरू हो रहा है, मैं सभी दिल्ली वासियों से अपील करना चाहूंगा कि रोज़े और नमाज़ के दौरान घर से बाहर न निकलें और लॉकडाउन का उल्लंघन न करें। अज़ान के लिए NGT के दिशानिर्देशों का पालन करें और दिल्ली पुलिस का सहयोग करें: एम.एस. रंधावा, दिल्ली पुलिस PRO

मायावती ने कहा कि व्यापक देश व जनहित हित में वह यही कहना चाहती हैं। (file photo)
लखनऊः बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायवती ने शुक्रवार को रमजान की मुबारकबाद देते हुये कहा कि इस दौरान सभी घर में ही इबादत करें और लॉकडाउन के नियमों का पालन करें।
मायावती ने ट्वीट किया है, ‘‘देश के समस्त मुस्लिम भाईयों-बहनों व उनके परिवार वालों को रमज़ान के मुबारक महीने की दिली मुबारकबाद व शुभकामनाएं। अलस्सुबह से लेकर शाम तक के रोजे़ (उपवास) व नित्य कामकाज के साथ ही तिलावत-ए-कुरआन, नमाज़ व तरावीह आदि के इस फर्ज़ महीने में ज़कात (दान) इस माह की ख़ास ख़ूबियाँ हैं।’’
उन्होंने लिखा है, ‘‘वैसे तो नमाज, इफतार, तरावीह आदि साथ मिलजुलकर करने का अमल है, लेकिन कोरोना प्रकोप का तकाज़ा है कि ये इबादतें घर में रहकर ही की जाएं व लॉकडाउन नियमों का सख्ती से पालन किया जाए ताकि आप व आपके पड़ोसी दोनों ही कोरोना वबा से महफूज रहें।’’
मायावती ने कहा कि व्यापक देश व जनहित हित में वह यही कहना चाहती हैं। गौरतलब है कि आज भारत में रमजान माह का चांद देखे जाने की संभावना है। अगर शुक्रवार को चांद दिख जाता है तो शनिवार को पहला रोजा होगा।
2. वैसे तो नमाज, इफतार, तरावीह आदि साथ मिलजुलकर करने का अमल है, लेकिन कोरोना प्रकोप का तकाज़ा है कि ये इबादतें घर में रहकर ही की जाएं व लाॅकडाउन नियमों का सख्ती से पालन किया जाए ताकि आप व आपके पड़ोसी दोनों ही कोरोना वबा से महफूज रहें। व्यापक देश व जनहित हित में यही कहना है।
— Mayawati (@Mayawati) April 24, 2020
शाही इमाम ने रमजान के दौरान मुसलमानों से घरों में ही इबादत करने की अपील की
जामा मस्जिद और फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमामों ने रमजान के पवित्र महीने के दौरान मुसलमानों से घरों में ही नमाज अदा करने की अपील की है। साथ ही कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के दिशानिर्देशों का भी सख्ती से पालन करने की अपील की है। रमजान का महीना शनिवार से शुरू होने की उम्मीद है।
जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने एक वीडियो संदेश में लोगों से कहा कि अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें और रमजान के दौरान घरों में रहकर ही इबादत करें। बुखारी ने कहा, '' दो दिन बाद रमजान मुबारक की शुरुआत हो रही है। नमाज और तरावीह घरों में ही अदा की जानी चाहिए। इस बात का ख्याल रखा जाना चाहिए कि एक साथ तीन या चार से अधिक लोग तरावीह नहीं पढ़ें क्योंकि महामारी के मद्देनजर अधिक संख्या में एकत्र होना समाज और परिवारों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।''
फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा कि जो लोग पृथक-वास में हैं और रोजा रखने की हालत में नहीं हैं तो वह 'कजा' के जरिए बाद में रोजे रख सकते हैं। अहमद ने कहा, '' कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉकडाउन लागू है और लोग घरों में रहने को मजूबर हैं। लेकिन रमजान के दौरान अधिकारियों को मुस्लिम इलाकों में दुकानों और ठेली वालों को अनुमति देनी चाहिए ताकि रोजेदार इफ्तारी और सहरी के लिए भोजन खरीद सकें।'' उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि मुस्लिम बहुल इलाकों में जरूरी इतंजाम किए जाएं ताकि लोग तड़के और शाम के समय जरूरत का सामान खरीद सकें।