कांग्रेस में गांधी परिवार की आपसी मतभिन्नता को लेकर चिंता और असंतोष

By शीलेष शर्मा | Updated: September 7, 2020 20:02 IST2020-09-07T18:44:48+5:302020-09-07T20:02:26+5:30

दरअसल प्रियंका गाँधी को केवल उत्तर प्रदेश की राजनीति तक सीमित कर दिया गया है, सोनिया गाँधी से बिना परामर्श किये राज्यों में नियुक्तियां हो रही हैं, पार्टी के नेता मान रहे हैं कि सब कुछ राहुल के इर्द गिर्द घूम रहा है और वही फ़ैसलों को अंतिम रूप दे रहे हैं। 

congress Sonia Gandhi Rahul Gandhi Concern and dissatisfaction with the Gandhi family's differences | कांग्रेस में गांधी परिवार की आपसी मतभिन्नता को लेकर चिंता और असंतोष

नेताओं ने सोनिया राहुल से मांग की है कि प्रियंका गाँधी को योगी के सामने पार्टी के मुख्यमंत्री पद का चेहरा पेश करें। (file photo)

Highlights समितियों का गठन किया गया, उनमें जितिन प्रसाद, प्रमोद कृष्णन, राजीव शुक्ला तीनों ब्राह्मण नेताओं के नाम गायब थे। इनके अलावा श्रीप्रकाश जयसवाल,राज बब्बर के भी नाम शामिल नहीं किये गये।राजनीति पर गहरी पकड़ है, इस कौम के आने से दलित और मुसलमान कांग्रेस के साथ खड़ा किया जा सकता है।

नई दिल्लीः गांधी परिवार में फ़ैसलों को लेकर आपसी मतभिन्नता के कारण पार्टी में चिंता और असंतोष बना हुआ है। फ़ैसलों को देख कर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तीन खेमों में बंटा हुआ नज़र आने लगा है, जिससे न तो समय से फ़ैसले हो पा रहे हैं और न ही नये अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर कोई रोड मैप बन पा रहा है।

दरअसल प्रियंका गाँधी को केवल उत्तर प्रदेश की राजनीति तक सीमित कर दिया गया है, सोनिया गाँधी से बिना परामर्श किये राज्यों में नियुक्तियां हो रही हैं, पार्टी के नेता मान रहे हैं कि सब कुछ राहुल के इर्द गिर्द घूम रहा है और वही फ़ैसलों को अंतिम रूप दे रहे हैं। 

रविवार को उत्तर प्रदेश में जिन समितियों का गठन किया गया, उनमें जितिन प्रसाद, प्रमोद कृष्णन, राजीव शुक्ला तीनों ब्राह्मण नेताओं के नाम गायब थे। इनके अलावा श्रीप्रकाश जयसवाल,राज बब्बर के भी नाम शामिल नहीं किये गये।

यह जानते हुये कि उत्तर प्रदेश में 18 फ़ीसदी ब्राह्मण मतदाता है, जिसकी राजनीति पर गहरी पकड़ है, इस कौम के आने से दलित और मुसलमान कांग्रेस के साथ खड़ा किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ नेता ने लोकमत से बातचीत करते हुये कहा की राहुल के सिपाहसालार नहीं चाहते की प्रियंका उत्तर प्रदेश से बाहर निकलें। इधर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अधिकांश नेताओं ने सोनिया राहुल से मांग की है कि प्रियंका गाँधी को योगी के सामने पार्टी के मुख्यमंत्री पद का चेहरा पेश करें।

पार्टी किसी ब्राह्मण को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चाहती है। आज भी प्रदेश कमेटी में 2 उपाध्यक्ष और 6 महासचिव नियुक्त किये गये लेकिन सभी नियुक्तियां राहुल के इशारे पर हो रहीं हैं जिससे सोनिया को लिखे पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले नेता निराश हैं, जितिन प्रसाद ने लोकमत से बातचीत करते हुये कहा, उनको नहीं पता पार्टी में क्या हो रहा है, कांग्रेस में रहना है तो जो कहते हैं सुनना है, वृन्दावन में रहना है तो राधे राधे कहना है।

कांग्रेस ने उप्र इकाई के लिए दो उपाध्यक्ष समेत 32 नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की

कांग्रेस ने अपनी उत्तर प्रदेश इकाई के लिए सोमवार को दो उपाध्यक्षों और छह महासचिवों समेत कुल 32 नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सोनिया गांधी ने दो उपाध्यक्षों, छह महासचिवों, 22 सचिवों और दो संगठन सचिवों की नियुक्ति को स्वीकृति प्रदान की।

सुहेल अख्तर अंसारी और योगेश दीक्षित उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दो नए उपाध्यक्ष होंगे। इसके अलावा विवेकानंद पाठक, मकसूद खान, अंकित परिहार, विदित चौधरी, ब्रह्मस्वरूप सागर और प्रकाश प्रधान लोधी को प्रदेश महासचिव तथा संजीव शर्मा और अनिल कुमार यादव को संगठन सचिव बनाया गया है। इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लिए 22 नए सचिव भी नियुक्त किए गए हैं।

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