केंद्र पर कांग्रेस ने साधा निशाना, कहा- बचत योजनाओं पर पुरानी ब्याज दर और आरबीआई बांड योजना की जाए बहाल
By भाषा | Updated: May 29, 2020 16:56 IST2020-05-29T16:56:42+5:302020-05-29T16:56:42+5:30
7.75 प्रतिशत बचत (कर योग्य) बांड योजना को वापस लेने के सरकार के फैसले को लेकर कांग्रेस ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के समय देश के आम लोगों के लिए बड़ा झटका है और इस योजना तथा उन दूसरी सभी लघु बचत योजनाओं पर पुरानी ब्याज दर को बहाल किया जाए जिनमें हाल में कटौती की गई है।

करोड़ों लोगों को सालाना 44,670 करोड़ रुपये का वार्षिक नुकसान हो रहा है। (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:कांग्रेस ने 7.75 प्रतिशत बचत (कर योग्य) बांड योजना को वापस लेने के सरकार के फैसले को कोरोना वायरस महामारी के समय देश के आम लोगों के लिए बड़ा झटका करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि इस योजना तथा उन दूसरी सभी लघु बचत योजनाओं पर पुरानी ब्याज दर को बहाल किया जाए जिनमें हाल में कटौती की गई है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ‘‘इस सरकार ने पिछले ढाई महीनों में पीपीएफ और कई अन्य बचत योजनाओं पर ब्याज दर में कटौती की जिससे करोड़ों लोगों को सालाना 44,670 करोड़ रुपये का वार्षिक नुकसान हो रहा है।’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘ कोरोना वायरस महामारी के समय चारों तरफ से खबरें आ रही हैं कि लोगों की नौकरियां जा रही हैं, लोगों के पास आय के साधन नहीं है। इस दौर में भी आप ब्याज दर में कटौती कर रहे हैं। यह लोगों पर दोहरी मार है। ’’
उनके मुताबिक, हर सरकार अपने नागरिकों को एक जोखिम मुक्त निवेश का अवसर देती है, लेकिन इस सरकार ने आज वह अवसर भी छीन लिया है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह योजना तत्काल बहाल करनी चाहिए। गौरतलब है कि सरकार ने 7.75 प्रतिशत बचत (कर योग्य) बांड योजना को वापस लेने का फैसला किया है। सरकार ने यह निर्णय घटती ब्याज दरों को देखते हुए किया है।
सरकार के इन बांड को सामान्य तौर पर आरबीआई बांड अथवा भारत सरकार के बांड के नाम से जाना जाता है। खुदरा निवेशकों के बीच यह बांड काफी पसंद किया जाता है। इन बांड में निवेशकर्ता अपनी मूल राशि की सुरक्षा के साथ साथ नियमित आय को ध्यान में रखते हुये निवेश करते हैं।