महाराष्ट्र और दिल्ली सहित चार राज्यों के चुनाव को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने एक खास रणनीति बनाई है और इसके तहत वह भाजपा से नाराज होकर अन्य दलों में गए अपने नेताओं की घर वापसी कराएगी.
पार्टी का मानना है कि इससे न केवल उसका मत प्रतिशत बढ़ेगा बल्कि उसे ऐसे इलाकों में भी बढ़त मिलेगी जहां पर उसके अपने नेताओं के दूसरे दलों में जाने से नुकसान की आशंका उत्पन्न हो रही थी.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के सामने यह मुद्दा आया था कि दूसरे दलों से नेताओं को शामिल करने और कई पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी की वजह से महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली और झारखंड में कई पुराने और समर्पित कार्यकर्ता पार्टी से अपने को अलग रख रहे हैं और साथ ही कई नेताओं ने दूसरे दलों का दामन भी थाम लिया है. जिसकी वजह से कुछ इलाकों में पार्टी को नुकसान हो सकता है.
इसके उपरांत सभी नाराज नेताओं-कार्यकर्ताओं को सक्रि य करने और दूसरे दलों में गए अपने कार्यकर्ताओं-नेताओं की घर वापसी के लिए मुहिम चलाने का निर्णय किया गया है.
दिल्ली से भाजपा सांसद और प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि इस समय देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सार्वजनिक जीवन में उच्च आदर्श अपनाने की वजह से सभी दलों के नेता भाजपा से जुड़ने को तत्पर है.
यह संभव है कि हमारे कुछ कार्यकर्ता किसी वजह से नाराज हो गए हों. हम उन्हें न केवल मना लेंगे बल्कि उनके सहयोग से इन चारों राज्यों में भाजपा की सरकार भी बनाएंगे. उन्होंने कहा कि प्रकाश जावड़ेकर दिल्ली के प्रभारी हैं और वह जल्द ही दिल्ली की रणनीति पर काम शुरू करने वाले हैं.