Ashadha Amavasya 2023: आषाढ़ अमावस्या 18 को, सुखी जीवन के लिए इस दिन जरूर करें ये चीजें दान
By रुस्तम राणा | Updated: June 15, 2023 17:00 IST2023-06-15T16:58:56+5:302023-06-15T17:00:32+5:30

Ashadha Amavasya 2023: आषाढ़ माह की अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। हलहारिणी अमावस्या केवल पितृ तर्पण के लिए ही नहीं, बल्कि किसानों के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। दरअसल, इस अमावस्या को कृषि से जोड़कर देखा जाता है।

इस दिन किसानों के द्वारा इस दिन हल और खेती से संबंधित उपकरणों की पूजा की जाती है और भगवान से अच्छी फसल और अधिक उत्पादन के लिए प्रार्थना भी करते हैं। इस बार 18 जून को हलहारिणी अमावस्या पड़ेगी।

हिन्दू पंचांग के अनुसार 17 जून 2023 को सुबह 09 बजकर 13 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 18 जून 2023 को सुबह 10 बजकर 08 मिनट पर खत्म होगी। अमावस्या पर सूर्योदय से पूर्व स्नान की परंपरा है। ऐसे में 18 जून को अमावस्या स्नान किया जाएगा।

हिंदू धर्म में प्रत्येक अमावस्या तिथि को पितृ तर्पण के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन अपने दिवंगत पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति के लिए पितृ तर्पण किया जाता है।

इस दिन लोग प्रातः काल गंगा जी में या किसी पवित्र नदी में स्नान करके पितरों का तर्पण, श्राद्ध व पूजा पाठ करते हैं, ताकि उनके पूर्वजों की आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो और वे उन्हें खुशहाली का आशिर्वाद प्रदान करें।

आषाढ़ी आमावस्या पर स्नान के पश्चात दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन आप गरीब या जरुरतमंद लोगों में तिल, तेल, चावल, चद्दर, छाता, चना, खिचड़ी, पुस्तक, साबूदाना, मिठाई, चने की दाल, अन्न, वस्त्र, रुई, उड़द की दाल बांट सकते हैं।

















