1 / 5देश के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार को वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण देखा गया और खगोल विज्ञान प्रेमियों ने चंद्रमा द्वारा सूर्य के प्रकाश दायरे को ढक देने के इस आकाशीय नजारे को टकटकी लगा कर बड़ी रुचि के साथ देखा। (Pic Source: ANI)2 / 5आंशिक सूर्य ग्रहण देश के कई हिस्सों में देखा जा रहा है। श्रीनगर में सूर्य का अधिकतम धुंधलापन 55 प्रतिशत देखा जा रहा है। दिल्ली में ग्रहण की शुरुआत शाम 4:29 बजे हुई। यह ग्रहण शाम में लग रहा है, इसलिए इस खगोलीय घटना का अंत दिखाई नहीं देगा क्योंकि यह सूर्यास्त के बाद होगा। (Pic Source: ANI)3 / 5अधिकारियों ने कहा, 'सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है और जब तीनों आकाशीय पिंड एक रेखा में आ जाते हैं। आंशिक सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य को आंशिक रूप से ढक लेता है।’’ (Pic Source: ANI)4 / 5 सरकारी अधिकारियों ने आगाह किया है कि ग्रहण वाले सूर्य को नंगी आंखों से कतई नहीं देखना चाहिए, यहां तक कि बहुत कम समय के लिए भी नहीं क्योंकि इससे अंधापन हो सकता है। सूर्य ग्रहण को देखने के लिए किसी सुरक्षित तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए। सूर्य ग्रहण के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने कुरुक्षेत्र के पवित्र सरोवरों में स्नान किया। (Pic Source: ANI)5 / 5अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने सूर्य ग्रहण के दौरान आयोजित मेले के मद्देनजर पांच लाख से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था की थी। कुरुक्षेत्र में शाम 4.27 बजे से शाम 5.39 बजे के बीच ग्रहण रहा। हिंदू मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण के दौरान कुरुक्षेत्र के पवित्र सरोवरों में स्नान करना शुभ माना जाता है। उत्तर प्रदेश से आए एक तीर्थयात्री रमेश कुमार ने कहा, 'सूर्य ग्रहण के दौरान यहां के पवित्र सरोवरों में डुबकी लगाने का विशेष महत्व है। इस अवसर पर यहां आना मेरा सौभाग्य है।' इस बीच, साधु-संत पवित्र ब्रह्म सरोवर पहुंचे और वहां हवन किया गया। (Pic Source: ANI)