National Herald Case: कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दिल्ली पुलिस ने किया वाटर कैनन का इस्तेमाल, देखें तस्वीरें
By संदीप दाहिमा | Updated: July 21, 2022 16:45 IST2022-07-21T14:46:02+5:302022-07-21T16:45:26+5:30

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को धन शोधन के एक मामले में सम्मन भेजे जाने के खिलाफ पार्टी के कार्यकर्ता देश के कई राज्यों में प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने पार्टी अध्यक्ष से ईडी की पूछताछ के खिलाफ बृहस्पतिवार को यहां उपराज्यपाल वी के सक्सेना के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। पार्टी अधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस के कई कार्यकर्ता और नेता राज निवास के बाहर एकत्रित हो गए और उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए। (Photo Credit ANI)

मुख्य विपक्षी दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में ‘सत्याग्रह’ किया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘विषगुरु के राजनीतिक प्रतिशोध का सामना कर रहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए सभी कांग्रेस सांसदों व सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने पार्टी मुख्यालय के बाहर सामूहिक गिरफ़्तारी दी। हमें किंग्सवे कैंप पुलिस थाने में लाया गया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सच की लड़ाई लड़ेंगे और जीतेंगे!’’ इससे पहले, कांग्रेस के सांसदों ने संसद परिसर में मार्च भी निकाला। उन्होंने एक बैनर भी ले रखा था जिस पर ‘स्टॉप मिसयूज ऑफ ईडी’ (ईडी का दुरुपयोग बंद करो) लिखा हुआ था। उन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए। भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. की अगुवाई में संगठन के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान युवा कांग्रेस के कई कार्यकर्ता बसों पर खड़े हो गए और नारेबाजी की। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि ईडी आज सोनिया गांधी से पूछताछ कर रही है।

उसने इससे पहले सोनिया गांधी के पुत्र और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से इस मामले में पांच दिनों तक, 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। यह जांच कांग्रेस द्वारा प्रवर्तित यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित है, जिसके पास नेशनल हेराल्ड अखबार का मालिकाना हक है।

सोनिया, राहुल से पूछताछ की कार्रवाई पिछले साल के आखिर में ईडी द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत एक नया मामला दर्ज करने के बाद शुरू की गई। इससे पहले, एक निचली अदालत ने 2013 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी द्वारा दायर एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर यंग इंडियन के खिलाफ आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिया था।

















