मलेरिया से बचने के घरेलू उपाय, बदलते मौसम में रहें सावधान
By संदीप दाहिमा | Updated: September 16, 2021 07:13 IST2021-09-16T07:13:19+5:302021-09-16T07:13:19+5:30

अदरक इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करता है। जिससे आपको इन्फेक्शन से लड़ने की ताकत मिलती है और रोग से जल्दी आराम मिलता है। अदरक में सक्रिय घटक जिंजरोल होता है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, यही वजह है कि अदरक को मलेरिया समेत कई बीमारियों के इलाज के लिए सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपचारों में से एक माना जाता है।

एक गिलास पानी में एक चम्मच दालचीनी, एक चम्मच शहद और आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर मिलाकर अच्छी तरह से उबालें और फिर ठंडा होने पर इसे पिएं। मलेरिया बुखार होने पर यह लाभकारी नुस्खा है। इसके अलावा गरम पानी में नींबू का रस मिलाकर पीने से भी फायदा होता है।

मलेरिया और डेंगू के इलाज के लिए गिलोय एक बेहतर उपाय है। गिलोय की गोली या काढ़ा बनाकर दिन में 3-4 बार सेवन करने से आराम मिलता है। गिलोय, तुलसी,काली मिर्च और पपीते के पत्तों को उबालकर या रात में मिट्टी के बर्तन में भिगोकर सुबह छानकर पीएं। बुखार में राहत मिलेगी।

कुछ तुलसी के पत्ते और काली मिर्च को पीसकर शहद के साथ सुबह-शाम लेने से बुखार में कमी आती है। मलेरिया में पीड़ित को नींबू में काली मिर्च और सेंधा नमक या सेब पर काली मिर्च और सेंधा नमक छिड़क कर खिलाने से लाभ होता है।

















