कैंसर का इलाज : किचन में मौजूद इन 6 जड़ी बूटियों का करें इस्तेमाल
By संदीप दाहिमा | Updated: February 8, 2022 18:59 IST2022-02-08T18:53:32+5:302022-02-08T18:59:26+5:30

हल्दी का खाना बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. इस पीले मसाले में एक सक्रिय पॉलीफेनोल घटक करक्यूमिन पाया जाता है, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक है। इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं।

इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण कैंसर से बचाते हैं। इसका उपयोग पेट की समस्याओं और मतली के लिए एक हर्बल उपचार के रूप में भी किया जाता है, और यह भूख बढ़ाने वाले के रूप में काम कर सकता है।

इस गर्म मिर्च में कैप्साइसिन होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो वजन घटाने में मदद करता है और एक एंटी इंफ्लेमेटरी भोजन है। केयेन में बीटा-कैरोटीन भी होता है। यह कैंसर कोशिकाओं के लिए विषाक्त माना जाता है और कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करता है।

यह मसाला सबसे महंगा हो सकता है, लेकिन इसका फायदा भी अधिक होता है। इसमें क्रोकिन्स (पानी में घुलनशील कैरोटेनॉयड्स) होते हैं जो ट्यूमर के विकास और कैंसर की प्रगति को रोक सकते हैं।

यह जड़ी-बूटी एंटीऑक्सिडेंट का सबसे बेहतर स्रोत है, जो कैंसर के विकास को धीमा कर सकती है। यह एपोप्टोसिस (कोशिका मृत्यु) को बढ़ावा देती है। इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं और यह एक नैचुरल कीटाणुनाशक है।

लहसुन सबसे शक्तिशाली कैंसर विरोधी मसलों में एक है। लहसुन कई बीमारियों के साथ सर्दी और फ्लू से लड़ने में मदद करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को भी कम करता है।

















