Oral Health: दांतों में जमी गंदगी होगी दूर, दांत और मसूड़े बनेंगे मजबूत, अपनाएं ये आसन उपाय

By संदीप दाहिमा | Updated: April 12, 2022 18:20 IST2022-04-12T18:17:41+5:302022-04-12T18:20:07+5:30

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आयुर्वेद में लौंग के बहुत सारे फायदे बताए गए हैं। दांतों से जुड़े हर मर्ज की दवा है लौंग। दांतों में कीड़ों की समस्या है तो दो लौंग को बारीक पीस लें और फिर इसके पाउडर को कीड़े लगे दांतों पर छिड़क लें या दांतों में इसके चूर्ण को दबा लें। अब मुंह को बंद कर लें और लार बनने दें। इस लार को मुंह में पांच मिनट तक रोके रखें फिर उगल कर नार्मल पानी या गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें। इसके अलावा लौंग के तेल में रूई भिगाकर कीड़े वाले दांत पर लगाने से भी कीड़े खत्म हो जाते हैं।

लहसुन में बहुत सारे गुण होते हैं। ये एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-बायोटिक गुणों से भरपूर होता है। इसके अलावा लहसुन दर्द से भी राहत दिलाता है। दांतों में कीड़ा लग जाने पर लहसुन की दो कली को उसी दांत से चबाएं जिसमें कीड़े लगे हों।

हल्दी एंटी- बैक्टीरियल, एंटी- वायरल, एंटी- इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ऐसे में यह पायरिया की समस्या से आराम दिलाने में फायदेमंद होती है। हल्दी में कुछ बूंदें पानी की मिलाकर मसाज करने से मसूड़ों का दर्द, सूजन और खून निकलने की परेशानी दूर होती है। ‌

औषधीय गुणों से भरपूर नीम में एंटी- ऑक्सीडेंट, एंटी- बैक्टीरियल गुण पाएं जाते हैं। इसकी पत्तियों का रस निकाल कर मसूड़ों पर कॉटन की मदद से लगाएं। इसे करीब 5 मिनट तक मुंह में रखने के बाद गुनगुने पानी से कुल्‍ला करें। दिन में 2 बार इस उपाय को करने से पायरिया की परेशानी जड़ से खत्म होने में मदद मिलती है।

ज्यादा मीठा खाने से, दांत की सफाई ठीक से न करना, गुटखा या पान खाना, खट्टी डकार से दांतों का हानि पहुंचना, पौष्टिक पदार्थो का सेवन न करना, मुंह को ज्यादा देर तक सूखा रखना इसके प्रमुख कारण हैं।