1 / 8लौंग- इन समस्याओं के लिए लौंग एक बेहतर उपाय है। इसके लिए एक चिमटे की मदद से लौंग को सीधी आग में भून लें। भुनी लौंग हल्की सी फूल जाती है। एक बार में 3-4 भुनी लौंग चबा लीजिए।2 / 8सरसों के बीज में सल्फर होता है, जो बलगम के प्रवाह को बढ़ाता है। आपको सरसों का गर्म पानी पीना चाहिए। यह सर्दियों में होने रोगों के लिए कारगर उपाय है।3 / 8शहद बलगम निकालता है और यह एंटी-इंफ्लेमेटरी की तरह काम भी करता है। कफ की पतली झिल्ली जो गले में अटकी रहती है जिसके कारण गले में बार-बार खुजली होती है और खांसी आती है। 4 / 8काली मिर्च यह खांसी का सबसे प्रभावी इलाज है। इसके सेवन ने छाती और गले में जमा कफ बाहर निकलता है और बलगम वाली खांसी व बंद नाक को खोलने में मदद मिलती है।5 / 8हल्दी इसमें एंटी-माइक्रोबियल गुण होते है। ऐसे में इसे गर्म दूध के साथ लेने से दमा, फेफड़ों में कफ और साइनस जैसी समस्याओं में आराम मिलता है। आधा कप उबले पानी में चुटकी भर हल्दी, पिसी काली मिर्च डालकर चाय की तरह पियें। 6 / 8नमक के पानी के गरारे दिन में नियमित अंतराल के बाद नमक के पानी से गरारे करने से बलगम साफ होती है। खांसी होने पर गुनगुने पानी के एक कप में एक चम्मच नमक और थोड़ा सा बेकिंग सोडा मिलाकर दिन में तीन बार गरारे करें।7 / 8इलायची- गले की खाराश से राहत पाने के लिए आपको इलायची के कुछ दानों को रातभर पानी में भिगोकर रखना चाहिए और सुबह उस पानी से गरारे करने चाहिए। 8 / 8तुलसी का पत्ता इन रोगों से राहत पाने के लिए अदरक और तुलसी के 5 पत्ते एक गिलास पानी में उबाल लें। इस पानी का दिनभर सेवन करें। यह जुखाम का बहुत ही असरदार इलाज है।