1 / 10शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना वायरस कपड़े पर पूरा एक दिन रह सकता है। अगर आप बाहर जा रहे है तो घर वापस आने के तुरंत बाद कपड़ों को गर्म पानी से जरूर धोएं। 2 / 10कई अध्ययन इस बात की पुष्टि कर चुके हैं कि कोरोना वायरस प्लास्टिक पर कम से कम तीन दिनों तक चिपका रहता है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर इस दौरान किसी ने उसे छुआ तो संभव है वो भी इसकी चपेट में आ जाए। 3 / 10प्लास्टिक की तरह स्टील की वस्तुओं पर भी कोरोना वायरस तीन दिनों तक जीवित रहता है। इससे बचने के लिए आपको रोजाना कम से कम दो बार स्टील की चीजों को अच्छी तरह साफ करना चाहिए। 4 / 10जर्नल ऑफ हॉस्पिटल इन्फेक्शन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कोरोना वायरस लकड़ी की वस्तुओं पर कम से कम चार दिनों का जिंदा रह सकता है। इस बीच इन चीजों के संपर्क में आने से संक्रमित होने का खतरा हो सकता है। 5 / 10इस अध्ययन के अनुसार, मेटल या धातु पर कोरोना का संक्रमण कम से कम पांच दिनों का चिपका रहता है। इसलिए इन चीजों की रोजाना सफाई करके आप संक्रमित होने से बच सकते हैं। 6 / 10कांच की वस्तुओं पर कोरोना वायरस का संक्रमण चार दिनों तक रह सकता है। इसलिए आपको बेवजह अपने घर की वस्तुओं को भी छूने से बचना चाहिए। अगर संभव हो तो रोजाना इन्हें साफ करें। 7 / 10अध्ययन में आगे बताया गया है कि चीनी मिटटी से बनी वस्तुओं पर कोरोना वायरस कम से कम पांच दिनों तक जीवित रह सकता है। अगर आपके घर में यह चीजें हैं, तो आपको इन्हें रोजाना साफ करना चाहिए। 8 / 10शोधकर्ताओं के अनुसार, एल्यूमीनियम की चीजों पर कोरोना वायरस कम से कम दो घंटे जिंदा रह सकता है। यहो वजह है कि एक्सपर्ट्स रोजाना इन चीजों की सफाई की सलाह देते हैं ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। 9 / 10शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि मौत का यह वायरस एक ठंडे कमरे में किसी प्लास्टिक की सतह पर नौ दिनों तक रह सकता है। यही वजह है कि एक्सपर्ट्स गर्मियों के सीजन में भी ऐसी का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दे रहे हैं।10 / 10बहुत से लोग टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि टिश्यू पेपर पर कोरोना वायरस का संक्रमण कम से कम तीन घंटे तक जीवित रह सकता है। इसलिए टिश्यू का इस्तेमाल करते ही इसके सही तरीके से निपटान कर दें।