गिलोय कौन कौन सी बीमारी में काम आता है, गिलोय पीने के फायदे, कब पीना चाहिए गिलोय जूस
By संदीप दाहिमा | Updated: March 7, 2022 12:12 IST2022-03-07T12:08:16+5:302022-03-07T12:12:57+5:30

गिलोय की पत्तियों और तनों से सत्व निकालकर इस्तेमाल में लाया जाता है। अगर आप सुबह उठ कर इसकी छोटी सी डंडी को चबाकर खाएंगे, तो आपके लिए ये संजीवनी की तरह काम करेगी।

गिलोय शुगर नियंत्रित करने, गठिया, दमा और खांसी से लड़ने की क्षमता होती है। यह उल्टी, बेहोशी, कफ, पीलिया, सिफलिस, एलर्जी सहित अन्य त्वचा विकार से लड़ने में भी सहायक है।

गिलोय चर्म रोग, कमजोरी, गले का संक्रमण, खांसी, जुकाम, बुखार, टाइफायड, मलेरिया, डेंगू, पेट के कीड़े, सीने में जकड़न, जोड़ों में दर्द, रक्त विकार, निम्न रक्तचाप, टीबी जैसे रोगों से भी बचाने में सहायक है।

गिलोय की पत्तियों का भूख बढ़ाने वाली पाकृतिक औषधि के रूप में खूब प्रयोग होता है।

जिन लोगों को बवासीर की बीमारी है, उन्हें गिलोय के एक चम्मच चूर्ण को छाछ में मिलाकर लेना चाहिए। इससे खून आना बंद होगा। साथ ही दर्द में भी आराम मिल सकता है।

गिलोय के तने का चूर्ण रोजाना दूध में मिलाकर पीना चाहिए। इससे हड्डियां मजबूत होंगी।

गिलोय को पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। अब इसे छानकर शहद और मिश्री के साथ मिलाकर सुबह-शाम पिएं, इससे खून साफ हो जाएगा।

















