स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में उन्हें 2010 से 2015 तक प्रतिबंध का सामना भी करना पड़ा। आमिर ने कहा, ‘‘मैं सीमित ओवरों के क्रिकेट में पाकिस्तान के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकता हूं। लेकिन हर महीने या दो महीने में वे मेरी गेंदबाजी के बारे में कुछ कहते हैं या कहते हैं कि मैं धोखा दे रहा हूं, मेरे ऊपर काम का कोई बोझ नहीं है, वगैरह-वगैरह।’’