Happy Birthday Sachin Tendulkar: ये हैं सचिन तेंदुलकर की वनडे की 10 सबसे बेहतरीन पारियां

इस मैच में सचिन ने पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों की स्टार जोड़ी शोएब अख्तर, वसीम अकरम, वकार यूनिस की गेंदबाजी की बखिया उधेड़ कर रखी दी। खासकर अख्तर की गेंद पर अपर कट से थर्ड मैन के ऊपर लगाया गया उनका छक्का हमेशा याद किया जाएगा। सचिन की इस धमाकेदार पारी की बदौलत भारत ने पाकिस्तान को आसानी से 6 विकेट से हरा दिया।

महज 25 साल की उम्र में सचिन ने अपनी दमदार बैटिंग से ऑस्ट्रेलियाई टीम की मजबूत गेंदबाजी की धज्जियां उड़ाकर रख दी थीं। सचिन ने एकतरफ गिरते भारतीय विकेटों के बीच महज 131 गेंदों में 143 रन की जोरदार पारी खेलते हुए भारत को त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में पहुंचा दिया था।

इस पारी को सचिन के वनडे करियर की सबसे यादगार पारियों में से एक माना जाता है। 351 रन के लक्ष्य के सामने जब बाकी के भारतीय बल्लेबाज फ्लॉप रहे तो सचिन ने एक छोर से अकेले ही कंगारुओं के खिलाफ हमला बोला. हालांकि जीत से महज 17 रन दूर सचिन के आउट होने से भारत ये मैच 3 रन से हार गया।

सचिन की इस पारी से पहले शायद ही किसी ने सोचा होगा कि कोई बल्लेबाज वनडे क्रिकेट में भी दोहरा शतक जमा सकता है। लेकिन सचिन ने ये करिश्मा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कर दिखाया और महज 147 गेंदों में 200 रन की शानदार पारी खेलते हुए वनडे क्रिकेट का पहला दोहरा शतक अपने नाम कर लिया।

इस मैच में नियमित ओपनर नवजोत सिंह सिद्धू के फिट न होने की वजह से सचिन को ओपनर के तौर पर उतारा गया। सचिन ने महज 49 गेंदों में 82 रन की धुआंधार पारी खेलते हुए टीम इंडिया को एक नया ओपनर दे दिया। इस मैच के बाद से वह टीम इंडिया के नियमित ओपनर बन गए और वनडे इतिहास के सबसे कामयाब ओपनर बन गए।

सचिन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ इस वनडे मैच में किवी गेंदबाजी आक्रमण को तहस-नहस करके रख दिया था। 150 गेंदों में 20 चौकों और 3 छक्कों की मदद से सचिन ने 186 रन की तूफानी पारी खेली और राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 331 रन की वनडे इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया, बाद में इस रिकॉर्ड को वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और मार्लोन सैमुअल्स की जोड़ी ने तोड़ दिया।

सचिन ने त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से जीत के लिए मिले 272 रन के लक्ष्य के जवाब में अपने जन्मदिन के दिन 134 रन की यादगार पारी खेली और भारत को चैंपियन बनाया। हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ ने कहा था, 'सचिन ब्रैडमैन के बाद क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाज हैं और ऐसे महान बल्लेबाज से हार जाने में मुझे कोई शर्म नहीं महसूस होती।

वर्ल्ड कप के इस रोमांचक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से जीत के लिए मिले 259 रन के टारगेट के जवाब में सचिन ने 84 गेंदों में 14 चौकों और 1 छक्कों की मदद से 90 रन की शानदार पारी खेली लेकिन आखिरी में भारत 16 रन से मंजिल से दूर रह गया।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सचिन की ये एक और यादगार वनडे पारी है। सीबी सीरीज के पहले फाइनल में लक्ष्य का पीछा करते हुए सचिन ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर अपना पहला वनडे शतक जमाया और भारत को बेहतरीन जीत दिलाई।

जीत के लिए मिले 330 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सचिन ने लाजवाब पारी खेली। 135 गेंदों में 17 चौके और 1 छक्के की मदद से 141 रन ठोकते हुए सचिन ने टीम इंडिया को जीत के करीब पहुंचा दिया था। लेकिन 245 के स्कोर पर उनके आउट होने के बाद भारत ये मैच 12 रन से हार गया।