Sone Ka Bhav: सोने की कीमत में 700 रुपये का उछाल, जानें आज का सोने-चांदी का भाव

By संदीप दाहिमा | Updated: July 11, 2025 20:28 IST2025-07-11T20:22:17+5:302025-07-11T20:28:47+5:30

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राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत शुक्रवार को 700 रुपये बढ़कर 99,370 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। वैश्विक व्यापार तनाव बढ़ने से निवेशकों में चिंता के बीच सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ने से इसकी कीमत में तेजी आई है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना बृहस्पतिवार को 98,670 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 600 रुपये बढ़कर 98,800 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पर पहुंच गया।

पिछले बाजार बंद के समय यह 98,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। इसके अलावा, शुक्रवार को चांदी की कीमत भी 1,500 रुपये बढ़कर 1,05,500 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) हो गईं। बृहस्पतिवार को चांदी 1,04,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘बढ़ती व्यापार चिंताओं ने आम तौर पर स्थिर अमेरिकी डॉलर के संतुलित रुख को बिगाड़ दिया, जिससे शुक्रवार को सोने की कीमतों में तेजी आई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हाल में शुल्क संबंधी चेतावनियों के कारण वैश्विक जोखिम धारणा में कमी आई।

इससे वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई।’’ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक अगस्त से कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 35 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की है और अन्य व्यापारिक साझेदारों पर 15 से 20 प्रतिशत शुल्क लगाने की योजना का संकेत दिया है। गांधी ने कहा कि शुल्क संबंधी अनिश्चितता इस सप्ताह फिर से सामने आई है और यह सुरक्षित निवेश वाली कीमती धातुओं की ओर निवेश को बढ़ावा देने वाला एक प्रमुख कारक है।

बाजार के दृष्टिकोण के बारे में, उन्होंने कहा कि टैरिफ संबंधी आगे की गतिविधियां निकट भविष्य में कीमती धातुओं की कीमतों की दिशा को प्रभावित करेंगी। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में, हाजिर सोना 24.63 डॉलर या 0.74 प्रतिशत बढ़कर 3,348.67 डॉलर प्रति औंस हो गया।

विदेशी बाजारों में हाजिर चांदी भी 1.64 प्रतिशत बढ़कर 37.61 डॉलर प्रति औंस हो गई। जिंस बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशक मंगलवार को जारी होने वाले जून के अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकड़ों का इंतजार करेंगे, जो सर्राफा कीमतों की दिशा के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक होगा।