IL&FS में डूब सकते हैं इन कंपनियों के फंड्स, जानिए आपके पैसों पर क्या होगा असर
By स्वाति सिंह | Updated: January 16, 2019 13:12 IST2019-01-16T13:12:45+5:302019-01-16T13:12:45+5:30
आईएलएंडएफएस में कई म्यूचुअल फंड्स, बीमा कंपनियों और पेंशन स्कीम्स का पैसा लगा हुआ है।

IL&FS में डूब सकते हैं इन कंपनियों के फंड्स, जानिए आपके पैसों पर क्या होगा असर
इन दिनों लाखों वेतनभोगियों के प्रविडंट और पेंशन फंड्स के रुपयों पर खतरा मंडरा रहा है। बताया जा रहा है कि प्रविडंट और पेंशन फंड्स की कंपनियों के लगभग 15 से 20 हजार करोड़ आईएलएंडएफएस में लगे हुए हैं।
इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट की मानें तो यह सिर्फ इस कंपनी का कर्ज में डूबने का मामला नहीं है। बल्कि इसका असर आपके इन्वेस्टमेंट पर भी पड़ेगा। क्योंकि इसमें कई म्यूचुअल फंड्स, बीमा कंपनियों और पेंशन स्कीम्स का पैसा लगा हुआ है।
ऐसे में अगर अगर आपने कहीं इन्वेस्ट किया होगा और उस कंपनी का पैसा यहां लगा होगा तो उसका असर आपके पैसे पर पड़ सकता है। बता दें कि कंपनी आईएलएंडएफएस 91 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा के कर्ज की देनदारी का सामना कर रही है।
क्या है IL&FS ?
आईएलएंडएफएस एक नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी है। इसे एनबीएफसी का दर्जा भी मिला हुआ है। इसकी स्थापना साल 1987 में हुई थी।
उस समय इसे सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया और हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कंपनी ने इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लोन देने के लिए बनाया गया था।
बताया जाता है कि आईएलएंडएफएस में एलआईसी और जापान की ओरिक्स कॉर्पोरेशन कंपनी की 20 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी है। वहीं, इसमें अबु धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी का कंपनी में 10 फीसदी से ज्यादा हिस्सा है।
क्या करती है IL&FS ?
आईएलएंडएफएस की स्थापना ही कॉर्पोरेट प्रोजेक्ट्स के लिए हुई थी। इसलिए आईएलएंडएफएस को बहुत से सरकारी प्रोजेक्ट्स मिलते रहे हैं। बाद में फिर आईएलएंडएफएस ने जापान की ओरिक्स कॉर्पोरेशन कंपनी और अबु धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी की कंपनी के साथ हिस्सेदारी ली।
इन कंपनियों से लिया है कर्ज
आईएलएंडएफएस ने अबतक का सबसे ज्यादा डिबेंचर्स के रूप में कर्ज लिया है। इन डिबेंचर्स में जीआईसी, पोस्टल लाइफ़ इंश्योरेंस, नेशनल पेंशन स्कीम ट्र्स्ट, एलआईसी, एसबीआई इंप्लाईज पेंशन फंड के साथ अन्य कई फेमस म्यूचुअल फंड्स का है।