लाइव न्यूज़ :

वाशिंगटन वह भूमिका निभा सकता है जो मैं भारतीय टीम के लिये निभाया करता था: शास्त्री

By भाषा | Updated: March 7, 2021 15:34 IST

Open in App

अहमदाबाद, सात मार्च रवि शास्त्री अपनी हरफनमौला काबिलियत की बदौलत 80 के दशक में सुनील गावस्कर और कपिल देव के ‘पसंदीदा’ हुआ करते थे और भारतीय मुख्य कोच का मानना है कि युवा वाशिंगटन सुंदर मौजूदा टेस्ट टीम में यही भूमिका निभा सकते हैं।

बायें हाथ के विशेषज्ञ बल्लेबाज सुंदर ऑफ ब्रेक गेंदबाजी भी करते हैं, उन्होंने अपने चार टेस्ट में तीन अर्धशतकीय पारी खेलने के अलावा छह विकेट भी चटकाये हैं जिसमें स्टीव स्मिथ और जो रूट का विकेट भी शामिल है।

क्या आपको उसमें अपनी छवि दिखायी देती है? तो 80 टेस्ट के अनुभवी शास्त्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वाशी में मेरी तुलना में ज्यादा नैसर्गिक प्रतिभा है। ’’

करीब 4000 रन और 150 से ज्यादा विकेट चटका चुके शास्त्री ने कहा, ‘‘उसमें काबिलियत है और वह काफी आगे जा सकता है। अगर वह अपनी गेंदबाजी (टेस्ट में) पर ध्यान दे तो भारत के पास विदेशी परिस्थितियों के लिये छठे नंबर पर बहुत अच्छा खिलाड़ी हो सकता है।

उन्होंने रविवार को वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘ऐसा खिलाड़ी जो आपको 50, 60 और 70 के करीब रन बनाकर दे दे और फिर आपके लिये 20 ओवर गेंदबाजी करे और दो से तीन विकेट भी चटका सके। (1980 के पूरे दशक के दौरान) यह विदेशों में मेरा काम हुआ करता था और मुझे लगता है कि वह इसे आसानी से कर सकता है। ’’

शास्त्री ने सुझाव भी दिया कि वाशिंगटन को तमिलनाडु के लिये सभी प्रारूपों में शीर्ष चार में बल्लेबाजी शुरू करनी चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से, उसे अपने राज्य के लिये शीर्ष चार स्थान में बल्लेबाजी करनी चाहिए। इसके बारे में कोई सवाल ही नहीं है। मैं तमिलनाडु के चयनकर्ताओं या डीके (कप्तान दिनेश कार्तिक) से इस बारे में बात करना चाहूंगा। मुझे लगता है कि उसे शीर्ष चार स्थान में बल्लेबाजी करनी चाहिए। ’’

उनके लिये वाशिंगटन की 96 रन की पारी (जो छह विकेट पर 153 रन के स्कोर पर बनी) चेन्नई में उनकी नाबाद 85 रन की पारी से ज्यादा बेहतर थी।

उन्होंने कहा, ‘‘वाशिंगटन सुंदर, यह स्वप्निल है। दुनिया के कुछ सबसे मुश्किल गेंदबाजों का सामना करना। मैं कहूंगा कि उसकी यह पारी काफी बेहतर थी क्योंकि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का स्थान दाव पर लगा था। ’’

शास्त्री ने कहा कि वह वाशिंगटन और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों से खुद को जोड़कर देख सकते हैं क्योंकि उन्होंने भी कम उम्र में विदेशों में सफलता का स्वाद चखा था।

उन्होंने कहा, ‘‘21, 22 या 23 साल की उम्र में मैंने भी इसी तरह की सफलता हासिल की थी इसलिये मैं उनसे खुद को जोड़कर देख सकता हूं क्योंकि मैंने विदेशों में सैकड़े बनाये थे। आप युवाओं के उत्साह को नहीं ले सकते। जिम्मेदारी तब आती है जब आप सब कुछ जानते हो और तभी जिंदगी शुरू होती है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

ज़रा हटकेShocking Video: तंदूरी रोटी बनाते समय थूक रहा था अहमद, वीडियो वायरल होने पर अरेस्ट

क्राइम अलर्ट4 महिला सहित 9 अरेस्ट, घर में सेक्स रैकेट, 24400 की नकदी, आपतिजनक सामग्री ओर तीन मोटर साइकिल बरामद

क्रिकेटYashasvi Jaiswal maiden century: टेस्ट, टी20 और वनडे में शतक लगाने वाले छठे भारतीय, 111 गेंद में 100 रन

क्रिकेटVIRAT KOHLI IND vs SA 3rd ODI: 3 मैच, 258 गेंद, 305 रन, 12 छक्के और 24 चौके, रांची, रायपुर और विशाखापत्तनम में किंग विराट कोहली का बल्ला

क्रिकेटIND vs SA 3rd ODI: टेस्ट हार का बदला?, वनडे सीरीज पर 2-1 से कब्जा, 9 विकेट से कूटा

अन्य खेल अधिक खबरें

अन्य खेलFootball World Cup 2026: यूएस ने वीजा देने से किया इनकार, ईरान फुटबॉल वर्ल्ड कप के ड्रॉ का करेगा बहिष्कार

अन्य खेलराष्ट्रमंडल खेल 2030 : भारत की नई उड़ान!

अन्य खेलभारत करेगा 2030 में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी, अहमदाबाद में होगा आयोजन

अन्य खेलWomen's FIH Hockey Junior World Cup: महिला जूनियर हॉकी टीम का ऐलान, भारतीय टीम को लीड करेंगी ज्योति सिंह

अन्य खेलकोग्निवेरा इंटरनेशनल पोलो कप की धूमधाम शुरुआत, 25 अक्टूबर को भारत-अर्जेंटीना में जबरदस्त टक्कर!