एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में विनेश और आशु पहली बार खिताब जीतने के करीब
By भाषा | Updated: April 16, 2021 15:15 IST2021-04-16T15:15:43+5:302021-04-16T15:15:43+5:30

एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में विनेश और आशु पहली बार खिताब जीतने के करीब
अलमाटी, 16 अप्रैल ओलंपिक टिकट हासिल कर चुकी विनेश फोगाट (53 किग्रा) और युवा अंशु मलिक (57 किग्रा) सहित तीन भारतीय पहलवानों ने शुक्रवार को एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में अपने-अपने मुकाबले में जीत के साथ फाइनल में जगह पक्की की।
इस प्रतियोगिता में हालांकि कई बड़े नाम हिस्सा नहीं ले रहे हैं।
चीन और जापान के प्रतिद्वंद्वियों की अनुपस्थिति में विनेश को आगे बढ़ने में कोई परेशानी नहीं हुई और वह प्रतियोगिता में बिना अंक गंवाए फाइनल में पहुंच गयी। उनके पास इस चैम्पियनशिप में अपना पहला स्वर्ण पदक जीतने का मौका है। उन्होंने इस चैम्पियनशिप में अब तक सात पदक हासिल किये हैं जिसमें तीन राजत पदक शामिल हैं।
विनेश ने मंगोलिया की ओटगोंजरगल गनबातर और ताइपे की मेंग ह्सुआन हसिह के खिलाफ तकनीकी श्रेष्ठता से जीत दर्ज की , जबकि सेमीफाइनल में उनकी प्रतिद्वंद्वी की ह्युनयॉन्ग ओह चोट के कारण रिंग में नहीं उतरी।
पिछले साल दिल्ली में आयोजित हुई प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने वाली विनेश फाइनल में हसिह से भिड़ेंगी।
पिछले दिनों इसी स्थल पर ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली अंशु ने अपनी लय जारी रखते हुए फाइनल में जगह पक्की की। यह 19 साल की प्रतिभाशाली पहलवान ने शुरूआती दो बाउट में उज्बेकिस्तान की सेवारा इश्मुरतोवा और किर्गिस्तान की नाजिरा मार्सबेक कयजी को तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर पटखनी देकर सेमीफाइनल में पहुंची।
मंगोलिया की बत्सेत्सेग अल्टांसेटसेग से वह 9-1 से आगे चल रही थीं जब रेफरी ने इस भारतीय खिलाड़ी को ‘विक्ट्री बाय कौशन (प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी के जरूरत से ज्यादा आक्रामक रूख के कारण जीत)’ के कारण जीत प्रदान की। इससे पहले इस मंगोलियाई खिलाड़ी को तीन बार चेतावनी दी गई थी।
फाइनल में उनका सामना इसी मंगोलियाई खिलाड़ी से होगा।
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक भी 65 किग्रा वर्ग के फाइनल में पहुंच गयी। वह अपने चहेते 62 किग्रा वर्ग में जगह बनाने में नाकाम रहने के बाद 65 किग्रा वर्ग में हाथ आजमा रही है।
पहले दो बाउट को तकनीकी श्रेष्ठता के जीतने के बाद साक्षी कोरिया की हैनबिट ली के खिलाफ 3-0 से आगे चल रही थी। कोरियाई खिलाड़ी को हालांकि घुटने में चोट लग गयी और वह प्रतियोगिता से बाहर हो गयी।
फाइनल में उनका सामना मंगोलिया की बोलोटुंगालाग जोरिग्ट से होगा।
दिव्या काकरान भी यहां दमदार प्रदर्शन करते हुए तीसरे दौर में पहुंच गयी। उन्होंने इस दौरान 72 किग्रा भारवर्ग में एशियाई चैम्पियन कजाखस्तान की झामिला बाकबेर्गेनोवा को 8-5 से हराया।
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