Tokyo Olympics: बेलारूस की एक ओलंपिक फर्राटा धाविका ने आरोप लगाया है कि उनकी टीम के अधिकारियों ने जबर्दस्ती उन्हें स्वदेश भेजने की कोशिश की जबकि उसका मानना है कि वहां निरंकुश सरकार होने के कारण वह सुरक्षित नहीं है।
उसे पोलैंड का मानवीय वीजा मिल गया है और वह उस देश में शरण ले सकती है। खिलाड़ी क्रिस्टसीना सिमानोस्काया को तोक्यो में पोलैंड दूतावास से मानवीय वीजा मिल गया है। ‘बेलारूस स्पोर्ट सॉलिडेरिटी फाउंडेशन‘ ने बताया कि उन्होंने उसे चार अगस्त का वारसॉ का टिकट खरीद दिया है।
ताजा विवाद की शुरुआत तब हुई जब सिमानोस्काया ने अधिकारियों के टीम के प्रति बर्ताव की निंदा की जिसकी बेलारूस में सरकारी मीडिया ने काफी निंदा की है। वहां सरकार आलोचकों के दमन की कार्रवाई कर रही है।
सिमानोस्काया ने कहा कि उसे जबरन चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़ने के लिये कहा गया जबकि उसने इसमें कभी भी भाग नहीं लिया था। उसे हवाई अड्डे भेज दिया गया लेकिन उसने इस्तांबुल की उड़ान लेने से इनकार करके पुलिस से मदद मांगी। उसने सोशल मीडिया पर डाले वीडियो में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति से भी मदद मांगी थी।