Tokyo Olympics: भारत की अंशु मलिक रेपेशाज दौर से टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक की दौड़ में हैं। पहले दौर में उनकी प्रतिद्वंद्वी बेलारूस की इरिना कुराचिकिना फाइनल में पहुंची हैं।
19 वर्ष की अंशु मलिक महिलाओं के 57 किलोवर्ग के पहले मुकाबले में यूरोपीय चैम्पियन बेलारूस की इरिना कुराचिकिना से 2 . 8 से हार गई थीं। एशियाई चैम्पियन अंशु ने शानदार वापसी करते हुए 0 . 4 से पिछड़ने के बावजूद बेलारूस की प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ दो पुश आउट अंक लिये।
यूरोपीय पहलवान का अनुभव आखिरकर उसके जोश पर भारी पड़ा। कुराचिकिना फाइनल में पहुंची हैं। अंशु को रेपाशाज खेलने का मौका मिला। के डी जाधव भारत को कुश्ती में पदक दिलाने वाले पहले पहलवान थे जिन्होंने 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
उसके बाद सुशील ने बीजिंग में कांस्य और लंदन में रजत पदक हासिल किया। सुशील ओलंपिक में दो व्यक्तिगत स्पर्धा के पदक जीतने वाले अकेले भारतीय थे लेकिन बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू ने कांस्य जीतकर बराबरी की। लंदन ओलंपिक में योगेश्वर दत्त ने भी कांस्य पदक जीता था। वहीं साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक 2016 में कांस्य पदक हासिल किया था।