Tokyo 2020 Paralympics: ऑस्ट्रेलिया की साइकिलिस्ट पीज ग्रेको ने स्वर्ण पर किया कब्जा, चीन को रजत और जर्मनी को कांस्य
By भाषा | Updated: August 25, 2021 14:38 IST2021-08-25T14:35:07+5:302021-08-25T14:38:00+5:30
Tokyo 2020 Paralympics: पैरालंपिक खेलों का आयोजन कोविड-19 महामारी के बीच किया जा रहा है।

टोक्यो पैरालंपिक खेलों का पहला स्वर्ण पदक ऑस्ट्रेलिया की साइकिलिस्ट पीज ग्रेको ने जीता।
Tokyo 2020 Paralympics: टोक्यो पैरालंपिक खेलों का पहला स्वर्ण पदक ऑस्ट्रेलिया की साइकिलिस्ट पीज ग्रेको ने जीता। ग्रेको ने वेलोड्रोम ट्रैक पर महिलाओं की 3000 मीटर परस्यूट में पहला स्थान हासिल किया।
चीन की वांग झियोमी ने रजत और जर्मनी की डेनिस शिंडलर ने कांस्य पदक जीता। पैरालंपिक खेलों का आयोजन कोविड-19 महामारी के बीच किया जा रहा है। एक महीने पहले ओलंपिक शुरू होने के बाद टोक्यो में नये मामलों में बढ़ोतरी हुई है। ग्रेको बचपन से ही मस्तिष्क पक्षाघात का शिकार रही हैं जिससे उनके दायीं तरफ का हिस्सा प्रभावित है।
यह उनका पहला पैरालंपिक है। प्रतियोगिता से इतर आयोजकों ने बुधवार को पुष्टि की कि दो और खिलाड़ियों का कोविड-19 के लिये किया गया परीक्षण पॉजिटिव आया है। इस तरह से खेल गांव में पिछले दो दिनों में पॉजिटिव पाये गये खिलाड़ियों की संख्या तीन हो गयी है। पिछले तीन दिनों में खेल गांव में कोविड-19 के कुल नौ पॉजिटिव मामले पाये गये। इनमें छह खेलों से जुड़े व्यक्ति शामिल हैं।
झाझरिया सहित 12 सदस्यीय भारतीय दल पैरालंपिक के लिये तोक्यो रवाना
अनुभवी देवेंद्र झाझरिया और मौजूदा विश्व चैंपियन संदीप चौधरी सहित भाला फेंक के पांच एथलीट उस 12 सदस्यीय भारतीय दल में शामिल है जो पैरालंपिक खेलों में भाग लेने के लिये बुधवार को टोक्यो रवाना हुआ। इस दल में ऊंची कूद के दो खिलाड़ी निषाद कुमार और रामपाल तथा चक्का फेंक के एथलीट योगेश कथुनिया भी शामिल हैं।
खिताब के प्रबल दावेदार झाझरिया ने एथेन्स और रियो पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने जून में क्वालीफाईंग प्रतियोगिता में 65.71 मीटर भाला फेंककर अपने ही विश्व रिकार्ड में सुधार किया था। झाझरिया को हमवतन अजित सिंह और सुंदर गुर्जर से चुनौती मिल सकती है।
भाग्य ने साथ दिया तो भारत इस स्पर्धा (पुरुष भाला फेंक एफ-16) के तीनों पदक जीत सकता है। नीरज चोपड़ा के तोक्यो ओलंपिक के पुरुष भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद पैरालंपिक में भी भाला फेंक के एथलीटों पर ही नजर रहेगी। भाला फेंक में पुरुषों के एफ-64 में चौधरी और सुमित एंतिल पर भी निगाह रहेगी। ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धाएं 27 अगस्त से शुरू होंगी।