नयी दिल्ली, छह मार्च ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) और पूजा रानी (75 किग्रा) को स्पेन के कास्टेलोन में चल रहे 35वें बोक्साम अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट में शनिवार को रजत पदक के साथ संतोष करना पड़ा।
सिमरनजीत अमेरिका की राशिदा इल्लिस के खिलाफ फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में नहीं उतर सकीं क्योंकि सेमीफाइनल में उनकी प्रतिद्वंद्वी रही पुअर्तो रिको की किरिया तापिया कोविड-19 पॉजिटिव पायी गयी। वह हालांकि कोविड जांच में नेगेटिव थी लेकिन फाइनल के लिए उन्हें रिंग में नहीं उतरने दिया गया।
भारतीय महिला मुक्केबाजी के हाई परफोर्मेंस निदेशक राफेल बर्गमैस्को ने पीटीआई-भाषा को कैस्टेलन से बताया, ‘‘स्थानीय सरकार के नियमों के कारण, वह प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकी।’’
इससे पहले उनके चोटिल होने की खबर आयी थी।
पूजा को अमेरिका के ही मेलिस्सा ग्राहम से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा।
पदार्पण कर रही मुक्केबाज जैसमीन (57 किग्रा) को भी यूरोपिय चैम्पियन इटली की इरमा तिस्ता से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। जैसमीन ने तिस्ता को कड़ी चुनौती दी लेकिन तिस्ता की तकनीकी श्रेष्ठता का उनके पास कोई जवाब नहीं था।
एशियाई चैम्नियन पूजा ने भी कड़ी चुनौती दी लेकिन ग्राहम की चपलता और जवाबी आक्रमण का वह सामना नहीं कर सकीं।
इसके साथ ही इस टूर्नामेंट में भारतीय मुक्केबाजों का अभियान तीन रजत पदक और एक कांस्य पदक के साथ खत्म हुआ। छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (51 किग्रा) ने सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य पदक जीता था।
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