भारतीय पुरूष मुक्केबाजी कोच कटप्पा को ओलंपिक में दो-तीन पदक की उम्मीद

By भाषा | Updated: July 7, 2021 16:40 IST2021-07-07T16:40:07+5:302021-07-07T16:40:07+5:30

Indian men's boxing coach Katappa expects two-three medals in Olympics | भारतीय पुरूष मुक्केबाजी कोच कटप्पा को ओलंपिक में दो-तीन पदक की उम्मीद

भारतीय पुरूष मुक्केबाजी कोच कटप्पा को ओलंपिक में दो-तीन पदक की उम्मीद

(नमिता सिंह)

नयी दिल्ली, आठ जुलाई भारतीय पुरूष मुक्केबाजी टीम के कोच सीए कटप्पा का कहना है कि देश को 23 जुलाई से शुरू होने वाले तोक्यो ओलंपिक में नौ मुक्केबाजों के मजबूत दल में से कम से दो-तीन पदक मिलने चाहिए।

भारतीय मुक्केबाजों के दल में पांच पुरूष मुक्केबाज और चार महिला मुक्केबाज मौजूद हैं। सभी मुक्केबाज ओलंपिक से पहले अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिये इस समय इटली में अभ्यास में जुटे हैं।

कटप्पा ने इटली से ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘हमारी तैयारियां अच्छी चल रही हैं, यहां पर पांच देशों के मुक्केबाज भी ट्रेनिंग के लिये आये हुए हैं। हमारे मुक्केबाजों को स्पारिंग (अभ्यास के लिये जोड़ीदार) के रूप में अजरबैजान, कोलंबिया के मजबूत मुक्केबाज मिल रहे हैं जिसमें पदक विजेता भी हैं। फ्रांस भी ट्रेनिंग के लिये आया हुआ है। ’’

कटप्पा ने विजेंदर सिंह को 2008 बीजिंग ओलंपिक में कांसा दिलाने में अहम भूमिका निभाई जो देश के पहले ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज बने थे। इसके बाद भारतीय मुक्केबाजी का परिदृश्य ही बदल गया और अब देश के मुक्केबाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी पदक जीत रहे हैं। इस भारतीय मुक्केबाजी दल को अब तक का सबसे मजबूत ओलंपिक दल माना जा रहा है, यह पूछने पर कि क्या इस बार ओलंपिक में मुक्केबाजों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हो सकता है ,उन्होंने कहा, ‘‘लड़कों और लड़कियों को मिलाकर दो से तीन पदक तो पक्के मिलने ही चाहिए। ’’

द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किये जा चुके कोच ने कहा, ‘‘अब हमारे मुक्केबाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी मजबूत प्रतिद्वंद्वी को टक्कर देने में हिचकिचाहट महसूस नहीं करते हैं। वे शीर्ष मुक्केबाजों को हरा रहे हैं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी पदक जीत रहे हैं। ’’

महिलाओं में छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (51 किग्रा), सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) और पूजा रानी (75 किग्रा) तथा पुरूष वर्ग में अमित पंघाल (52 किग्रा), मनीष कौशिक (63 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा), आशीष कुमार (75 किग्रा) और सतीश कुमार (प्लस 91 किग्रा) शामिल हैं।

यह पूछने पर दो मुक्केबाजों (विकास और मैरीकॉम) के अलावा सभी पहली बार ओलंपिक में हिस्सा लेंगे तो उन्हें दबाव से उबरने के लिये किस तरह तैयार करते हैं ,उन्होंने कहा, ‘‘देश के मुक्केबाजों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने से दबाव का अंदाजा हो चुका है और अब वे मानसिक रूप से काफी मजबूत हैं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘बल्कि अभी स्पारिंग के दौरान अमित कोलंबिया के मुक्केबाज को देखकर कह रहा था कि मैं इसके साथ खेलूंगा और इसे हरा सकता हूं। सभी मुक्केबाज मानसिक रूप से फिट हैं। मनीष और आशीष को ही देखिये। ये सभी ओलंपिक पदकधारियों को चुनौती दे रहे हैं, तो अंदर से ही सकारात्मक महसूस होता है, कोई तनाव नहीं है। हमारे काफी मुक्केबाज बड़े बड़े चैम्पियन के साथ खेल चुके हैं। ’’

कोविड-19 महामारी के कारण देश के खिलाड़ियों को ओलंपिक खेल गांव में भी पाबंदियों में रहना पड़ेगा, इस बारे में उन्होंने कहा, ‘‘हमें यहां भी वही प्रोटोकॉल का पालन करना पड़ रहा है और खेल गांव में भी ऐसा ही होगा। कोई दिक्कत नहीं है, हमें खुद को सुरक्षित रहकर ही खेलना होगा। ’’

कुछ मुक्केबाज कोविड-19 से उबरने के बाद शिविर में लौटे थे तो उनकी तैयारियों के लिये कुछ विशेष कराया गया था, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘उनकी कुछ निश्चित जांच हुई थी, जिसमें फेफड़ों की जांच भी शामिल है। उनका अच्छी तरह ध्यान रखा गया, जिसके बाद वे सामान्य ट्रेनिंग ही कर रहे हैं।

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Web Title: Indian men's boxing coach Katappa expects two-three medals in Olympics

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