इंडिया ओपन मुक्केबाजी के आखिरी दिन मैरी कॉम, सरिता ने लगाया 'गोल्डन' पंच
By भाषा | Updated: May 25, 2019 10:22 IST2019-05-25T10:22:19+5:302019-05-25T10:22:19+5:30
भारत ने इस टूर्नामेंट में पुरुष वर्ग में चार (52 किलो, 81 किलो, 91 किलो और प्लस 91 किलो) और महिला वर्ग में तीन (51 किलो, 57 किलो, 75 किलो) स्वर्ण पदक जीते। कुल मिलाकर भारत की झोली में 18 में से 12 पीले तमगे गए।

इंडिया ओपन मुक्केबाजी के आखिरी दिन मैरी कॉम, सरिता ने लगाया 'गोल्डन' पंच
छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरी कॉम और अनुभवी एल सरिता देवी ने दूसरे इंडिया ओपन मुक्केबाजी टूर्नामेंट के आखिरी दिन स्वर्ण पदक जीते। एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अमित पंघाल ने ‘जाइंट किलर’ सचिन सिवाच से मिली कड़ी चुनौती का सामना करके 4-1 से जीत के साथ 52 किलो वर्ग में पहला स्थान हासिल किया।
भारत ने इस टूर्नामेंट में पुरुष वर्ग में चार (52 किलो, 81 किलो, 91 किलो और प्लस 91 किलो) और महिला वर्ग में तीन (51 किलो, 57 किलो, 75 किलो) स्वर्ण पदक जीते। कुल मिलाकर भारत की झोली में 18 में से 12 पीले तमगे गए। पिछले साल दिल्ली में हुए पहले टूर्नामेंट में भारत ने छह स्वर्ण पदक जीते थे। विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता सरिता देवी ने सिमरनजीत कौर को 3-2 से हराकर तीन साल में पहली बार स्वर्ण जीता।
पहली बार 60 किलोवर्ग में उतरी सिमरनजीत ने पहले दौर में प्रभावित किया लेकिन उसके बाद सरिता ने शानदार वापसी की। उसने अपना पदक अपनी मां लैशराम खोमथोंबी को समर्पित किया जिनका पिछले साल निधन हो गया था। इस साल की शुरूआत में एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली सरिता ने आखिरी बार 2016 में शिलांग में हुए दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था।
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम ने पूर्व राष्ट्रीय चैम्पियन मिजोरम की वनलाल दुआती को हराया। निकहत जरीन और ज्योति को कांस्य पदक मिले। विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता शिव थापा ने पिछले साल सेमीफाइनल में मिली हार का बदला चुकता करते हुए 60 किलो वर्ग में गत चैम्पियन मनीष कौशिक को हराया।