लाइव न्यूज़ :

मर्रे ने विंबलडन में जीत के बाद कहा, अब भी शीर्ष स्तर पर खेल सकता हूं

By भाषा | Updated: June 29, 2021 11:33 IST

Open in App

विंबलडन, 29 जून (एपी) एंडी मर्रे जब विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट में चार साल में अपना पहला मैच खेलने के लिये उतरे तो दर्शकों ने आसमान सिर पर उठा दिया। मर्रे मुस्कराये और उन्होंने दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया।

दर्शक तब खुशी में चिल्लाने लगे जब मर्रे ने पहले दौर के मैच में 24वीं वरीयता प्राप्त निकोलोज बासिलाशविली के खिलाफ पहला सेटा जीता। मर्रे की दूसरे सेट में जीत के बाद तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। लग रहा था कि मर्रे तीसरे सेट में ही हिसाब बराबर कर देंगे। दर्शक उनका पूरा हौसला बढ़ा रहे थे।

लेकिन अचानक ही मर्रे की मुश्किलें बढ़ गयी। मर्रे ने दो मैच प्वाइंट गंवा दिये और फिर तीसरा सेट भी उनके हाथ से चला गया। दर्शक आशंकित हो गये।

आखिर वह मर्रे ही थे जिन्होंने 2013 में विंबलडन जीतकर 77 साल में आल इंग्लैंड क्लब में खिताब जीतने वाले पहले ब्रिटिश खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया था। वह 2016 में फिर से यहां चैंपियन बने थे लेकिन इसके बाद कूल्हे के दो आपरेशन और अन्य चोटों के कारण उनका करियर अधर में लटक गया था।

मर्रे ने चौथे सेट में बढ़त बनायी तो उनके प्रशंसकों का दिल बल्लियों उछलने लगा। इस 34 वर्षीय खिलाड़ी ने उन्हें निराश नहीं किया और बासिलाशविली को 6-4, 6-3, 5-7, 6-3 से हराकर सेंटर कोर्ट को शोर के आगोश में भेज दिया।

दर्शकों के शोर में ‘डेसीबल’ (शोर की तीव्रता नापने की इकाई) की सुई फड़फड़ा रही थी। मर्रे के कोर्ट पर चल रहे साक्षात्कार में इससे व्यवधान पड़ना स्वाभाविक था लेकिन खिलाड़ी भी खुश था और दर्शक भी।

मर्रे ने कहा, ‘‘मुझसे पूछा जाता है कि क्या यह मेरा आखिरी विंबलडन होगा। क्या मेरा आखिरी मैच होगा। मुझे नहीं पता कि मुझसे ऐसा क्यों पूछा जाता है। मैं खेलना जारी रखना चाहता हूं। मैं खेलना चाहता हूं। ’’

शोर की तीव्रता जब चरम पर पहुंच गयी तो मर्रे को भी रुकना पड़ा। शोर कुछ कम हुआ तो मर्रे ने अपनी आवाज थोड़ा बुलंद की।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसका लुत्फ उठा रहा हूं। मैं अब भी शीर्ष स्तर पर खेल सकता हूं। वह विश्व रैंकिंग में 28वें नंबर का खिलाड़ी है और मैंने बमुश्किल ही कोई मैच खेला। और मैंने उसे हरा दिया।’’

मर्रे कभी विश्व में नंबर एक खिलाड़ी थे लेकिन अभी उनकी विश्व रैंकिंग 118 है। उन्होंने तीन महीने तक किसी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया था। वह सत्र का अपना छठा मैच खेल रहे थे जो कि बासिलाशविली से 30 मैच कम हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोर्ट पर नहीं उतर पा रहा था। मैं काफी निराश था लेकिन मैंने कड़ी मेहनत जारी रखी। मैंने वह सब कुछ किया जो वापसी के लिये आवश्यक था। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे फिर से ऐसा करने का मौका मिला।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठPanchang 15 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 15 December 2025: आज इन राशि के जातकों को होगी आर्थिक तंगी, परिवार में बढ़ेगा क्लेश

पूजा पाठSaptahik Rashifal: आपके भाग्य में सफलता या निराशा, जानें अपना इस सप्ताह का भविष्यफल

भारतLionel Messi's India Tour 2025: राजनीति नहीं, समुचित उपाय से थमेंगे मैदानों पर हादसे और हंगामे

भारतSardar Vallabhbhai Patel: राष्ट्र की एकता के शिल्पकार थे सरदार पटेल

अन्य खेल अधिक खबरें

अन्य खेलइंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन, आईबीए के साथ मिलकर भारतीय बॉक्सिंग को सशक्त बनाने की दिशा में करेगा काम

अन्य खेलLionel Messi In India: कोलकाता के बाद अब कहां जाएंगे लियोनेल मेस्सी? जानें फुटबॉल स्टार का अगला पढ़ाव

अन्य खेलLionel Messi's India Tour 2025: कोलकाता, हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली इवेंट के लिए पूरा शहर-वार शेड्यूल चेक करें

अन्य खेलFootball World Cup 2026: यूएस ने वीजा देने से किया इनकार, ईरान फुटबॉल वर्ल्ड कप के ड्रॉ का करेगा बहिष्कार

अन्य खेलराष्ट्रमंडल खेल 2030 : भारत की नई उड़ान!