पुरूष हॉकी टीम का सुनहरा सपना टूटा, तांबई पदक की उम्मीद कायम, एथलेटिक्स में खराब प्रदर्शन

By भाषा | Updated: August 3, 2021 18:24 IST2021-08-03T18:24:02+5:302021-08-03T18:24:02+5:30

Golden dream of men's hockey team broken, hopes of copper medal remain, poor performance in athletics | पुरूष हॉकी टीम का सुनहरा सपना टूटा, तांबई पदक की उम्मीद कायम, एथलेटिक्स में खराब प्रदर्शन

पुरूष हॉकी टीम का सुनहरा सपना टूटा, तांबई पदक की उम्मीद कायम, एथलेटिक्स में खराब प्रदर्शन

तोक्यो, तीन अगस्त चार दशक बाद ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का भारतीय पुरूष हॉकी टीम का सपना दुनिया की नंबर एक टीम बेल्जियम ने तोड़ दिया हालांकि जर्मनी को हराकर तांबे का तमगा अभी भी मिल सकता है वहीं एथलेटिक्स में भारतीयों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा जब गोलाफेंक में तेजिंदर सिंह तूर और भालाफेंक में अन्नु रानी क्वालीफाइंग दौर से बाहर हो गए ।

आखिरी क्वार्टर में खराब प्रदर्शन का खामियाजा भारतीय हॉकी टीम को भुगतना पड़ा और बेल्जियम ने उसे 5 . 2 से हरा दिया । मनप्रीत सिंह की टीम हालांकि तोक्यो खेलों में अब भी कांस्य पदक की दौड़ में बनी हुई है जिसके लिये उसका सामना गुरूवार को जर्मनी से होगा । जर्मनी को दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-3 से हार का सामना करना पड़ा।

भारतीय टीम एक समय बढ़त पर थी लेकिन अंतिम 11 मिनट में तीन गोल गंवाने और अलेक्सांद्र हैंड्रिक्स (19वें, 49वें और 53वें मिनट) की हैट्रिक उस पर भारी पड़ गयी। विश्व चैंपियन बेल्जियम की तरफ से हैंड्रिक्स के अलावा लोइक फैनी लयपर्ट (दूसरे) और जॉन जॉन डोहमेन (60वें मिनट) ने भी गोल किये।

भारत की तरफ से हरमनप्रीत सिंह ने सातवें और मनदीप सिंह ने आठवें मिनट में गोल किये थे।

बेल्जियम रियो ओलंपिक का रजत पदक विजेता है और उसने इस तरह से लगातार दूसरी बार ओलंपिक फाइनल में जगह बनायी है।

कुश्ती में युवा भारतीय पहलवान सोनम मलिक को ओलंपिक में पर्दापण करते हुए महिला 62 किग्रा वर्ग के पहले दौर के मुकाबले में ही मंगोलिया की बोलोरतुया खुरेलखू के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।

उन्नीस साल की सोनम दो ‘पुश-आउट’ अंक जुटाकर 2-0 से आगे चल रही थी लेकिन एशियाई चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता खुरेलखू ने भारतीय पहलवान को गिराकर दो अंक हासिल करते हुए बराबरी हासिल कर ली जबकि मुकाबले में सिर्फ 35 सेकेंड का खेल बचा था।

इसके बाद अंत तक स्कोर 2-2 रहा लेकिन मंगोलिया की पहलवान को अंतिम अंक जुटाने के कारण विजेता घोषित किया गया। मंगोलिया की पहलवान को अगले दौर में दूसरी वरीय और 2018 की विश्व चैंपियन बुल्गारिया की तैयब मुस्तफा युसेन से हार झेलनी पड़ी जिससे भारतीय पहलवान भी स्पर्धा से बाहर हो गई।

एथलेटिक्स में एशियाई रिकॉर्डधारी शॉटपुट (गोला फेंक) खिलाड़ी तेजिंदर पाल सिंह तूर क्वालीफिकेशन में ग्रुप ए में 13वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाने से चूक गए ।

तूर ने जून में इंडियन ग्रां प्री में 21 . 49 मीटर के सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन के साथ ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया था । वह ओलंपिक में पहले प्रयास में ही वैध थ्रो फेंक सके जो 19 . 99 मीटर का था । वह 16 प्रतियोगियों में 13वें स्थान पर रहे । कंधे पर पट्टी बांधकर खेलने वाले तूर के दो प्रयास अवैध रहे ।

तूर दूसरे क्वालीफिकेशन (ग्रुप बी) से पहले ही बाहर हो गए । दोनों क्वालीफाइंग दौर में 21 . 20 मीटर पार करने वाले या कम से कम 12 प्रतियोगी फाइनल में पहुंचेंगे ।

वहीं अन्नु रानी भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल के लिये क्वालीफाई नहीं कर पायी और 54.04 मीटर के निराशाजनक प्रदर्शन के साथ 14वें स्थान पर रही।

अन्नु ने 14 खिलाड़ियों के ग्रुप ए में 50.35 मीटर भाला फेंककर शुरुआत की और अपने दूसरे प्रयास में 53.19 मीटर की दूरी तय की। इस 29 वर्षीय एथलीट को 12 खिलाड़ियों के फाइनल में जगह बनाने के लिये बेहतरीन प्रदर्शन करने की जरूरत थी लेकिन वह 63 मीटर के स्वत: क्वालीफिकेशन संख्या के करीब भी नहीं पहुंच पायी।

भारत के लिये कल का दिन महत्वपूर्ण है जब भारतीय महिला हॉकी टीम और मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन पहली बार फाइनल में प्रवेश की कोशिश करेंगे । इसके साथ ही पदक उम्मीद नीरज चोपड़ा भालाफेंक में चुनौती पेश करेंगे ।

लवलीना 69 किलोवर्ग के सेमीफाइनल में तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ जीत दर्ज करके ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनने की कोशिश करेगी।

असम की 23 वर्षीय लवलीना इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ी है। वह पदक पक्का करके पहले ही विजेंदर सिंह (2008) और एम सी मैरीकॉम (2012) की बराबरी कर चुकी है।

लवलीना का पदक पिछले नौ वर्षों में भारत का मुक्केबाजी में पहला पदक होगा लेकिन उनका लक्ष्य अब फाइनल में पहुंचना होगा जहां अभी तक कोई भारतीय नहीं पहुंचा है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Golden dream of men's hockey team broken, hopes of copper medal remain, poor performance in athletics

अन्य खेल से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे