एशियन गेम्स के 8वें दिन एथलेटिक्स में भारत की 'चांदी', जानिए पूरे दिन का हाल
By भाषा | Updated: August 26, 2018 21:23 IST2018-08-26T21:21:29+5:302018-08-26T21:23:07+5:30
भारत एशियाई खेलों के 8वें दिन कोई स्वर्ण पदक नहीं जीत पाया लेकिन पांच रजत पदक जीतने में सफल रहा।

हिमा दास ने 400 मीटर रेस में जीता सिल्वर
जकार्ता/पालेमबांग, 26 अगस्त: हिमा दास ने महिला 400 मीटर में नए राष्ट्रीय रिकार्ड के साथ रजत पदक जीता और पुरुष वर्ग में मोहम्मद अनस ने भी क्षेत्रीय स्तर पर अपना दबदबा कायम रखते हुए एशियाई खेलों में दूसरा स्थान हासिल किया जबकि दुती दंत 100 मीटर में रजत पदक जीतने में सफल रही। भारत एशियाई खेलों के 8वें दिन कोई स्वर्ण पदक नहीं जीत पाया लेकिन पांच रजत पदक जीतने में सफल रहा। साथ ही दो कास्य भी भारत की झोली में आये। देश सात स्वर्ण, 10 रजत और 19 कांस्य पदक के साथ कुल 36 पदक जीतकर तालिका में नौवें स्थान पर है।
एथलेटिक्स में आए तीन सिल्वर मेडल
हिमा ने दो दिन में दूसरी बार महिला 400 मीटर में राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़कर रजत पदक जीता जबकि अनस भी इसी वर्ग की पुरुष स्पर्धा में दूसरे स्थान पर रहे। लंबे समय तक लिंग विवाद मामले में संघर्ष करने वाली दुती ने महिला 100 मीटर में फोटो फिनिश में रजत पदक जीता।
हिमा और अनस को इन स्पर्धाओं में रजत पदक का ही दावेदार माना जा रहा था क्योंकि इन स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी शीर्ष पर रहने के प्रबल दावेदार थे। हिमा ने 50 .59 सेकेंड के समय के साथ रजत पदक जीता और साथ ही दो दिन में दूसरी बार राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ा। एशियाई चैंपियन अनस ने 45 . 69 सेकेंड के समय के साथ रजत पदक जीता। दुती ने 11 .32 सेकेंड का समय लिया।
ट्रैक एवं फील्ड ने हालांकि खुशखबरी के साथ दिल तोड़ने वाली खबर भी आई जब लंबी दूरी के धावक गोविंदन लक्ष्मणन ने पुरुष 10 हजार मीटर दौड़ तीसरे स्थान पर रहते हुए पूरी की लेकिन बाद में उन्हें दूसरी लेन में जाने के कारण आईएएएफ के नियमों के तहत डिस्क्वालीफाई कर दिया गया। उन्होंने 29 मिनट 44.91 सेकेंड का समय लिया था।
घुड़सवारी से दो सिल्वर मेडल
हिमा, अनस और दुती अगर आज ट्रैक पर स्टार रहे तो वहीं घुड़सवारी टीम ने दो रजत पदक जीतकर सबको हैरान किया। फवाद मिर्जा ने एशियाई खेलों की घुड़सवारी प्रतियोगिता में 1982 के बाद व्यक्तिगत पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने। उनके प्रयासों से टीम भी दूसरा स्थान हासिल करने में सफल रही।
‘सिगनोर मेदिकोट’ नाम के घोड़े पर सवार मिर्जा ने ड्रेसेज और क्रास कंट्री क्वालीफायर्स में 22.40 अंक के साथ पहले स्थान पर रहते हुए जंपिंग फाइनल्स में प्रवेश किया। उन्होंने जंपिग फाइनल्स में 26.40 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता। जापान के ओइवा योशियाकी ने 22.70 के स्कोर के साथ स्वर्ण जीता।
मिर्जा के शानदार प्रदर्शन के सहारे भारत ने टीम स्पर्धा में भी रजत पदक हासिल किया। इस टीम में मिर्जा के अलावा जितेंदर सिंह, आकाश मलिक और राकेश कुमार शामिल थे। भारतीय टीम का कुल स्कोर 121.30 रहा। गौरतलब है कि भारतीय घुड़सवारी महासंघ में आपसी मतभेद के कारण टीम अंतिम समय में यहां प्रतिस्पर्धा के लिए पहुंची थी।
पदार्पण कर रहे खेल ब्रिज में भारत ने पुरुष टीम और मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीते।
भारत की महिला और पुरुष कंपाउंड टीमों ने भी फाइनल में जगह बनाकर कम से कम दो रजत पदक पक्के किए। दोनों टीमों ने सेमीफाइनल में चीनी ताइपे को हराया। गत विजेता पुरूष टीम ने अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में चीनी ताइपे को 230-227 से हराया।
अभिषेक वर्मा, अमन सैनी और रजत चौहान की भारतीय तिकड़ी ने धीमी शुरूआत के बाद प्रदर्शन में धार लाते हुए चार सेट का मुकाबला 57-57, 57-56, 58-55, 59-59 से जीता। फाइनल में टीम 2014 के एशियाई खेलों की तरह इस बार भी दक्षिण कोरिया से भिड़ेगी।
इससे पहले भारतीय महिला टीम ने पिछले एशियाई खेलों के अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए फाइनल में जगह बनायी। चार साल पहले इंचियोन में कांस्य जीतने वाली महिला टीम ने भी चीनी ताइपे को ही 225-222 से हराया।
सुरेखा ज्योति वेन्नम, मुस्कान किरार और मधुमिता कुमार की तिकड़ी ने धीमा शुरूआत के साथ पहले दो सेट 55-58, 55-57 से गंवा दिए लेकिन वापसी करते हुए अगले दोनों सेट 57-55, 58-52 से जीतकर मुकाबला अपने नाम कर लिया।
पुरुष हॉकी टीम सेमीफाइनल में
गत चैंपियन भारतीय पुरुष हाकी टीम ने भी अपना विजयी अभियान जारी रखते हुए पूल मैच में दक्षिण कोरिया को 5-3 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। भारत के लिए रूपिंदर पाल सिंह (पहले मिनट), चिंगलेनसाना सिंह (चौथे मिनट), ललित उपाध्याय (15वें मिनट), मनप्रीत सिंह (49वें मिनट) और आकाशदीप सिंह (55वें मिनट) ने गोल किए। कोरिया की तरफ से मानजेई जुंग (33वें और 35वें मिनट) और जोंगह्युन जेंग (59वें मिनट) ने गोल दागे।
सिंधु और साइना ने ऐतिहासिक मेडल किया पक्का
बैडमिंटन कोर्ट पर ओलंपिक पदकधारी पीवी सिंधु और और साइना नेहवाल ने महिला एकल सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत के लिए एतिहासिक दो पदक पक्के किए। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना ने विश्व में पांचवें नंबर की थाइलैंड की खिलाड़ी रतचानोक इंतानोन से पहले गेम के शुरू में पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करके 21-18, 21-16 से जीत दर्ज कर व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत के 36 साल का पदक का सूखा खत्म किया। क्वार्टर फाइनल का यह मैच 42 मिनट तक चला।
ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक विजेता सिंधु ने भी एक अन्य क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड की ही निचाओन जिंदापोल को 21-11, 16-21, 21-14 से हराकर पदक पक्का किया।
भारतीय गोल्फर भी अच्छी शुरूआत को बरकरार नहीं रख सके और पुरूषों की टीम ने अपने अभियान को सातवें स्थान के साथ समाप्त किया। भारतीय टीम पहले दो दौर के बाद दूसरे स्थान पर थी लेकिन कल तीसरे दिन टीम ने निराशाजनक प्रदर्शन किया जिसमें सभी खिलाड़ियों ने पार से ज्यादा के कार्ड खेले। आज अंतिम दौर में भी खिलाड़ियों का प्रदर्शन ऐसा ही रहा।
निशानेबाजी में भारतीय अभियान का समापन निराशाजनक तरीके से हुआ जिसमें स्कीट स्पर्धा में भाग लेने वाले चार निशानेबाजों में से कोई भी फाइनल में जगह पक्की नहीं कर पाया। टीम ओवरआल निशानेबाजी तालिका में तीसरे स्थान पर रही जो पिछले एशियाई खेलों से काफी बेहतर है।
शीराज शेख और अंगद वीर सिंह बाजवा आज स्कीट क्वालीफिकेशन में क्रमश: 13वें (120 अंक) तथा 14वें (119 अंक) स्थान पर रहे और फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके। मुक्केबाजी में मिश्रित सफलता हाथ लगी। विश्व कप की पूर्व रजत पदक विजेता सरजूबाला देवी ने क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई लेकिन अनुभवी मनोज कुमार और शिव थापा प्री-क्वार्टर फाइनल में शिकस्त के साथ बाहर हो गए।