दिलेरी की मिसाल भारतीय महिला हॉकी टीम का सुनहरा सपना अर्जेंटीना ने तोड़ा

By भाषा | Updated: August 4, 2021 19:46 IST2021-08-04T19:46:20+5:302021-08-04T19:46:20+5:30

Argentine broke the golden dream of Indian women's hockey team | दिलेरी की मिसाल भारतीय महिला हॉकी टीम का सुनहरा सपना अर्जेंटीना ने तोड़ा

दिलेरी की मिसाल भारतीय महिला हॉकी टीम का सुनहरा सपना अर्जेंटीना ने तोड़ा

तोक्यो, चार अगस्त अपनी दिलेरी और जुझारूपन से इतिहास रच चुकी भारतीय महिला हॉकी टीम का ओलंपिक में पहली बार स्वर्ण जीतने का सपना दुनिया की दूसरे नंबर की टीम अर्जेंटीना ने बुधवार को सेमीफाइनल में 2 . 1 से जीत के साथ तोड़ दिया ।

भारतीय खिलाड़ियों के दिल इस हार से जरूर टूटे होंगे लेकिन उनका सिर फख्र से ऊंचा होगा क्योंकि ओलंपिक जाने से पहले किसी ने उनके अंतिम चार में पहुंचने की कल्पना भी नहीं की थी ।

भारत के पास अभी भी कांस्य पदक जीतने का मौका है जिसके लिये शुक्रवार को उसका सामना तीसरे चौथे स्थान के मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन से होगा ।

भारतीय टीम के कोच सोर्ड मारिन ने मैच के बाद कहा टीम ने हार के बाद वापसी करना सीख लिया है और अर्जेंटीना से मिली हार इतिहास है क्योंकि अब टीम का ध्यान ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने पर लगा है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम यहां पदक जीतने के लिये आये थे और अब भी एक पदक जीतने का मौका है। यह उबरकर वापसी करने की बात है। हमने हार के बाद वापसी करना भी सीख लिया है। हम सुधार कर सकते हैं ’’

भारत के लिये गुरजीत कौर ने दूसरे मिनट में गोल किया लेकिन अर्जेंटीना के लिये कप्तान मारिया बारियोनुएवा ने 18वें और 36वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर तब्दील किये ।

इससे पहले भारतीय टीम ने तीन बार की चैम्पियन आस्ट्रेलिया को क्वार्टर फाइनल में 1 . 0 से हराकर पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाई थी । भारतीय टीम 1980 के मास्को ओलंपिक में छह टीमों में चौथे स्थान पर रही थी । उस समय पहली बार ओलंपिक में महिला हॉकी को शामिल किया गया था और राउंड रॉबिन प्रारूप में मुकाबले खेले गए थे ।

भारतीय कप्तान रानी रामपाल भी मारिन की बात से सहमत थी और उन्होंने कहा कि उनके लिये प्रतियोगिता खत्म नहीं हुई है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम निराश हैं क्योंकि हम हार गये। हमने अर्जेंटीना को कड़ी चुनौती दी। उन्होंने अपने मौकों का फायदा उठाया। हमें भी पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन हम सिर्फ एक पर ही गोल कर सके। ’’

रानी ने कहा, ‘‘टूर्नामेंट अभी खत्म नहीं हुआ है। हमारे पास अब भी कांस्य पदक जीतने का मौका है। अगर आप स्वर्ण पदक जीतते तो यह अच्छा होता लेकिन फिर भी कांस्य भी पदक ही है, इसलिये हमें उस पदक के लिये लड़ना होगा और हम अगले मैच पर ध्यान लगायेंगे। ’’

फाइनल में अर्जेंटीना का सामना नीदरलैंड से होगा ।

भारत को दूसरे ही मिनट में गुरजीत ने बढत दिलाई जिसने क्वार्टर फाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ भी विजयी गोल दागा था । कप्तान रानी ने भारत को पेनल्टी कॉर्नर दिलाया जिसे गुरजीत ने गोल में बदला ।

इसके तीन मिनट बाद ही हालांकि अर्जेंटीना ने बराबरी का मौका गंवाया । मारिया जोस ग्रानाटो बायें फ्लैंक से गेंद लेकर आगे बढी और सर्कल के भीतर घुस गई हालांकि मुस्तैद भारतीय डिफेंडरों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया ।

अर्जेंटीना को जवाबी हमलों के बीच आठवें मिनट में मिला पेनल्टी कॉर्नर भी बेकार गया । पहले क्वार्टर में भारतीयों ने गेंद पर नियंत्रण और बचाव दोनों में बाजी मारी । लेकिन दूसरे क्वार्टर में तस्वीर उलटी थी और अर्जेंटीना के तेवर बदले हुए थे ।

इसका फायदा उन्हें तीसरे ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर के रूप में मिला जिसे कप्तान मारिया ने गोल में बदला ।

भारत ने इसी क्वार्टर में फिर बढत बनाने का मौका गंवाया । भारत की ‘हैट्रिक गर्ल’ वंदना कटारिया ने दाहिने फ्लैंक से अच्छा मूव बनाते हुए सर्कल के भीतर लालरेम्सियामी को गेंद सौंपी जो उस पर नियंत्रण नहीं बना सकी । दूसरे क्वार्टर में भारत को मिले दोनों पेनल्टी कॉर्नर बेकार गए ।

अर्जेंटीना को 28वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर आगस्टिना गोरजेलानी के शॉट को दीप ग्रेस इक्का ने बचाया ।

तीसरे क्वार्टर में भारत ने आक्रामक शुरूआत की और नेहा ने बायें फ्लैंक से गेंद लेकर डी के भीतर पहुंचाने की कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली । इस बीच अर्जेंटीना ने पेनल्टी कॉर्नर की मांग करते हुए अपना रेफरल गंवा दिया ।

जवाबी हमले में अर्जेंटीना ने पेनल्टी कॉर्नर बनाया जिसे गोल में बदलकर मारिया ने टीम को बढत दिला दी । भारत ने इस पेनल्टी के खिलाफ रेफरल भी लिया जो असफल रहा ।

आखिरी क्वार्टर में भारतीय खिलाड़ियों ने गोल करने की भरसक कोशिश की लेकिन अर्जेंटीना के डिफेंडरों ने उन्हें कामयाब नहीं होने दिया ।

आखिरी सीटी बजने से कुछ सेकंड पहले सर्कल के बाहर से उदिता की हिट पर नवनीत कौर के शॉट को अर्जेंटीना के डिफेंडर ने बाहर कर दिया । भारतीयों ने खतरनाक तरीके से गेंद के उछलने को लेकर रेफरल मांगा जो टीवी अंपायर ने खारिज कर दिया।

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