महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तारः बीजेपी नेता एकनाथ खड़से ने उठाए सवाल, कहा- बाहर से आए लोगों को मिल रहा है मंत्री पद
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: June 17, 2019 08:02 IST2019-06-17T07:46:19+5:302019-06-17T08:02:11+5:30
रविवार को ही फडणवीस सरकार से 6 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया. इसमें सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बडोले, आवास मंत्री प्रकाश मेहता, आदिवासी विकास मंत्री विष्णु सावरा, न्याय राज्यमंत्री प्रवीण पोटे, सामाजिक न्याय राज्यमंत्री दिलीप कांबले और जनजातीय विकास राज्य मंत्री अंबरीश आत्राम शामिल हैं.

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महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के रविवार को विस्तार में 13 नए मंत्री बनाए गए. इनमें से 8 ने कैबिनेट और 5 ने राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. कांग्रेस छोड़ने वाले शिर्डी के विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल और राकांपा से शिवसेना में आए जयदत्त क्षीरसागर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया. भाजपा के कोटे से 6 नेताओं को कैबिनेट और 4 को राज्यमंत्री बनाया गया है. शिवसेना के कोटे से 2 को कैबिनेट में जगह दी गई है.
इधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि पार्टी के निष्ठावान नेताओं पर अन्याय किया जा रहा है और कुछ ही दिन पूर्व पार्टी में शामिल हुए नेताओं को मंत्री पद से नवाजा जा रहा है. जिस समय राज्य में 13 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई उस समय खड़से में थे. संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने इस संदर्भ में अपनी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि भाजपा में विगत अनेक वर्षों से लगातार चुनकर आ रहे लोगों को मंत्रिमंडल में मौका नहीं मिलता. इसलिए हाल ही में पार्टी में आए लोगों को मंत्री पद दिए जाने से कुछ कार्यकर्ताओं में नाराजगी होना स्वाभाविक है.
आरपीआई के कोटे से एक राज्यमंत्री मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. रविवार को ही फडणवीस सरकार से 6 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया. इसमें सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बडोले, आवास मंत्री प्रकाश मेहता, आदिवासी विकास मंत्री विष्णु सावरा, न्याय राज्यमंत्री प्रवीण पोटे, सामाजिक न्याय राज्यमंत्री दिलीप कांबले और जनजातीय विकास राज्य मंत्री अंबरीश आत्राम शामिल हैं.
यह सभी भाजपा कोटे से मंत्री थे. सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने इस विस्तार में अक्तूबर-नवंबर होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सहयोगी दलों को साधने की कोशिश की है.
नए कैबिनेट मंत्री
1. राधाकृष्ण विखे पाटिल - कांग्रेस छोड़ने से पहले विपक्ष के नेता थे
2. जयदत्त क्षीरसागर - राकांपा छोड़कर शिवसेना में शामिल हुए
3. आशीष शेलार - बांद्रा पश्चिम से भाजपा विधायक
4. संजय श्रीराम कुटे - जलगांव (जमोद) से भाजपा विधायक
5. सुरेश खाडे- मिराज से भाजपा विधायक
6. अनिल बोंडे- मोर्शी से भाजपा विधायक
7. अशोक रामजी उइके- रालेगांव से भाजपा विधायक
8. तानाजी सावंत- राकांपा छोडकर शिवसेना में आए
नए राज्यमंत्री
1. योगेश सागर - चारकोप से भाजपा विधायक
2. अविनाश महातेकर- आरपीआई नेता
3. संजय भेगड़े - पुणे भाजपा के अध्यक्ष और विधायक
4. डॉ. परिणय फुके- भंडारा-गोंदिया से विधान परिषद सदस्य
5. अतुल सावे- औरंगाबाद पूर्व से भाजपा विधायक
महाराष्ट्र में अब तक थे 38 मंत्री
फडणवीस सरकार में पहला मंत्रिमंडल विस्तार जून 2016 में हुआ था. दूसरे विस्तार पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री ने शुक्रवार रात शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. दूसरे कैबिनेट विस्तार से पहले सरकार में 38 मंत्री थे. कैबिनेट का विस्तार लंबे समय से अटका हुआ था. राज्य की 288 विधानसभा सीटों में भाजपा के पास सबसे ज्यादा 122, शिवसेना के पास 63, कांग्रेस के पास 42 और राकांपा के पास 41 सीटें हैं.
विदर्भ में सबसे ज्यादा 5 नए मंत्री, दो की छुट्टी
मंत्रिमंडल विस्तार में सबसे ज्यादा स्थान विदर्भ को मिले हैं. विदर्भ से डॉ. अनिल बोंडे, अशोक उईके, तानाजी सावंत, परिणय फुके और संजय कुटे को मंत्री बनाया गया है. उईके तथा सावंत यवतमाल जिले से हैं. जबकि कुटे बुलढाणा और बोंडे अमरावती जिले के हैं. फुके नागपुर के हैं, लेकिन विधान परिषद में वह भंडारा-गोंदिया स्थानीय स्वायत्त क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं. मंत्रिमंडल विस्तार में विदर्भ को 5 जगह भले ही मिली हो, लेकिन उसके दो मंत्रियों राजकुमार बडोले और राजे अंबरीश आत्राम की छुट्टी कर दी गई है. मुंबई से 3 विधायकों को जगह मिली है. आशीष शेलार, योगेश सागर और अविनाश महातेकर मंुबई का प्रतिनिधित्व मंत्रिमंडल में करेंगे. कांग्रेस से भाजपा में आए राधाकृष्ण विखे पाटिल अहमदनगर जिले के हैं, जबकि सुरेश खाडे तथा संजय भेगड़े पश्चिम महाराष्ट्र के हैं. मराठवाड़ा से जयदत्त क्षीरसागर तथा अतुल सावे को जगह मिली है.
राज्य मंत्रिमंडल में अब यवतमाल के चार मंत्री
यवतमाल जिले के दो मंत्रियों अशोक उईके और तानाजी सावंत ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. इसके साथ ही राज्य मंत्रिमंडल में यवतमाल जिले के मंत्रियों की संख्या चार हो गई है. भाजपा के मदन येरावार और शिवसेना के संजय राठोड़ पहले ही मंत्रिमंडल में शामिल हैं. अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब जिले को चार मंत्री मिले हैं.