औरंगजेब की तस्वीर को लेकर हुए बवाल के बाद कोल्हापुर में इंटरनेट सेवाएं फिर हुई बहाल, जानें अब कैसे है हालात?
By अंजली चौहान | Published: June 9, 2023 02:03 PM2023-06-09T14:03:01+5:302023-06-09T14:28:38+5:30
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में दो समुदायों के बीच हिंसा के बाद इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी जिसे आज से फिर से शुरू कर दिया गया है।
कोल्हापुर: महाराष्ट्र के कोल्हापुर में शुक्रवार को इंटरनेट सेवाओं को आंशिक रूप से फिर से शुरू कर दिया गया है। औरंगजेब और टीपू सुल्तान के संदर्भ में कथित आपत्तिजनक सोशल मीडिया स्थिति को लेकर तनाव बढ़ने के बाद स्थानीय प्रशासन ने गुरुवार आधी रात तक जिले में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया था।
शहर में इंटरनेट बंद होने के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। इलाके में दो समुदायों के बीच फैले तनाव के कारण लोग अपने घरों में कैद होने को मजबूर हो गए थे।
ऐसे में पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी थी लेकिन अब स्थिति सामान होने के बाद फिर से इंटरनेट सेवाएं शुरू कर दी गई है। इंटरनेट सेवाएं शुरू होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। वहीं, पुलिस पूरे इलाके की निगरानी कर रही है कि किसी भी तरह के तनाव से बचा जा सके।
गौरतलब है कि कोल्हापुर में हुई हिंसा को लेकर राज्य सरकार बेहद सख्त है। मामले में मुंबई पुलिस ने गुरुवार को कहा कि कोल्हापुर हिंसा के बाद औरंगजेब का पुतला जलाने के आरोप में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता संदीप देशपांडे और 8 अन्य के खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम 37, 135 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने कहा, "महाराष्ट्र के कोल्हापुर में कुछ हिंदू संगठनों के सदस्यों और पुलिस के बीच कल हुई झड़प को लेकर दंगे, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और गैरकानूनी विधानसभा के आरोप में कुल 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।"
कोल्हापुर में सुरक्षा कड़ी
इलाके में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों की भारी तैनाती है। कोल्हापुर एसपी महेंद्र पंडित ने बताया कि विवादित क्षेत्रों में स्थिति सामान्य हो रही है।
हालांकि, किसी भी तरह की झड़प से बचने के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। कोल्हापुर एसपी पंडित ने कहा कि कल दोपहर से कोल्हापुर शहर और जिले की स्थिति सामान्य हो गई है। 4 एसआरपीएफ कंपनी, 300 पुलिस कांस्टेबल और 60 अधिकारी तैनात हैं।
बता दें कि कोल्हापुर में बुधवार को दो समूहों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए लाठीचार्ज किया।
हिंसा की घटना सामने आने के बाद राज्य में सियासत भी खूब गरमा गई। उद्धव गुट के नेता लगातार शिंदे सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं।