दस दिन पहले 7 अक्टूबर को एक बड़े हिंदी अखबार में एक विज्ञापन प्रकाशित हुआ। यह विज्ञापन 'पंडित दीनदयाल कृषि विकास अनुसंधान' का है जिसमें फार्म मैनेजर, कृषि पर्यवेक्षक, तकनीकी अभियंता, लेखपाल, क्षेत्रीय अधिकारी, कंप्यूटर संचालक, चतुर्थ श्रेणी, सफाई कर्मचारी, चिकित्सीय सहायक आदि पदों के लिए आवेदन मांगे गए। इन सभी पदों के लिए 28 अक्टूबर तक साधारण डाक, स्पीड पोस्ट और कुरियर द्वारा आवेदन भेजने को कहा गया है। विज्ञापन में बताया गया है कि इन सभी पदों के लिए आवेदक सिर्फ ऑफलाइन ही आवेदन कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने एक वेबसाइट का लिंक दिया है http://panditdeendayalkarsivikas.com/ और बताया है आप इस वेबसाइट पर जाकर पूरा विज्ञापन पढ़ सकते हैं।
इस विज्ञापन को देखकर मैंने भी वेबसाइट ओपन की और अपनी वाइफ के लिए स्टाफ नर्स पद के लिए फॉर्म डाउनलोड कर लिया। कुछ दिनों से फॉर्म घर पर रखा था। फॉर्म भरने के लिए आज (17 अक्टूबर) को नोटिफिकेशन पढ़ने के लिए जब गूगल पर 'पंडित दीनदयाल कृषि विकास अनुसंधान' टाइप किया तो शुरू में ही तीन विडियो देखे, जो इस नोटिफिकेशन को फर्जी यानी फेक बता रहे थे और नीचे दिए अलग-अलग वेबसाइट के आर्टिकल में भी इस नोटिफिकेशन को फर्जी बताते हुए आवेदन न करने की सलाह दी गई।
फर्जी तरीके से निकाले गए हैं 63000 पदों पर रिक्तियांजब हमने इस विज्ञापन और वेबसाइट का सच पता लगाना शुरू किया तो यकीनन हक्के-बक्के रह गए। चलिए आपको इस विज्ञापन और इस वेबसाइट की सच्चाई बताते हैं।
पहला शकसभी पदों के लिए आवेदन पत्र के साथ आवेदन शुल्क के रूप में 400, 300 और 200 रुपये नगद पैसे या डिमांड ड्राफ्ट मांगा गया। बाद में इस नोटिफिकेशन को बदलते हुए इन्होंने लिखा कि वो सिर्फ नगद राशि ही स्वीकार करेंगे। क्या किसी सरकारी पद पर आवेदन करने के लिए नगद राशि स्वीकार की जाती है?
दूसरा शकअखबार के विज्ञापन में ऊपर जो पद के नाम बताए गए हैं उन सभी के लिए कुल 1830 आवेदन मांगे गए हैं। लेकिन जैसे ही आप वेबसाइट पर जाएंगे तो देखेंगे कि नोटिफिकेशन में पदों की संख्या 63000 हजार है जिसका अखबार में दिए विज्ञापन में कोई जिक्र नहीं है।
तीसरा शक दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार सरकारी नौकरियां नहीं निकालने की वजह से हमेशा विपक्ष के निशाने पर रहते हैं। ऐसे में सवाल यह है कि एक साथ 63 हजार पदों पर नौकरियां निकली हैं और इसकी किसी को खबर ही नहीं है?
चौथा शकअधिकतर किसी भी सरकारी नौकरी के विज्ञापन में एग्जाम, इंटरव्यू, जॉइनिंग की डेट इतने स्पष्ट रूप से नहीं होती है जितनी इन्होंने दे रखी है। 1 दिसंबर को एग्जाम, 15 दिसंबर को इंटरव्यू, 1 जनवरी को जॉइनिंग। अगर आपने कभी सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया है, तो आप समझते होंगे कि सरकार के किस विभाग में इतना सुपरस्टार काम होता है?
पांचवां शकसभी पदों के लिए सबसे कम आयु सीमा 18 साल और सबसे अधिक 35 साल है और आयु सीमा में सभी वर्गों के लिए 5 साल की छूट दी गई है। आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि अगर 18 साल में भी पांच साल की छूट दे रखी है, तो क्या 13 साल का कोई बंदा आवेदन कर सकता है भला?
छठा शककिसी भी सरकारी वेबसाइट पर किसी का मोबाइल नंबर नहीं होता है लेकिन इन जनाब ने अपने पूरे पांच मोबाइल नंबर दे रखें हैं।
सातवां शकइन्होने आवेदन पत्र कूरियर द्वारा भी मांगे हैं। कोई भी सरकारी संस्था कभी भी कूरियर द्वारा आवेदन नहीं मांगती है।
ऐसे हुआ पर्दाफाश
1) सबसे पहले हमने वेबसाइट पर दिए मोबाइल नंबर पर फोन किया। फोन पर उन्होंने बताया कि आपको आवेदन पत्र के लिफाफे में नगद पैसे रखकर सिर्फ पोस्ट या कूरियर द्वारा दिए गए पते पर भेजने होंगे। मजे की बात यह है कि वो सिर्फ फोन पर डिमांड ड्राफ्ट कैंसिल होने और नगद राशि भेजने की बात पर ज्यादा जोर देते हैं। truecaller पर इन सभी मोबाइल नंबरों का नाम पंडित दीनदयाल परिषद् आ रहा है।
2) वेबसाइट पर कुछ लैंडलाइन नंबर भी दिए गए हैं, जिन पर कॉल नहीं जा रही है और truecaller पर इन नम्बरों को 'फेक नंबर' बताया जा रहा है।
3) pandit deendayal krishi vikas sansthan को आप गूगल मैप पर भी सर्च नहीं कर सकते हैं।
4) इस वेबसाइट के नाम के आगे Not secure लिखा आ रहा है जबकि किसी भी सरकारी वेबसाइट की आगे ttps:// लिखा होता है।
5) https://who.is/ पर इस वेबसाइट का डोमेन चेक करने पर पता चला कि ये वेबसाइट इसी महीने यानी 5 अक्टूबर को बनाई गई है और 7 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।