GATE Topper 2020: एनआईटी पटना के आभाष राय बने टॉपर, बेगूसराय के गौरव कुमार ने भी मचाया धमाल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 15, 2020 03:31 PM2020-03-15T15:31:52+5:302020-03-18T17:55:57+5:30
GATE Topper 2020: एनआईटी पटना से छात्र आभाष राय अपना करियर रिसर्च के क्षेत्र में बनाना चाहते हैं.
ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) 2020 परिणाम में एनआईटी पटना के आभाष राय ने पहला रैंक लाकर धमाल मचा दिया है। इस बार इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली (IIT-Delhi) द्वारा आयोजित गेट परीक्षा 2020 में आभाष राय इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ऑल इंडिया टॉपर बने हैं।
बलिया के रहने वाले हैं 22 वर्षीय आभाष राय
आभाष राय मूलत: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रहने वाले हैं और पटना में रहकर गेट परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। उनके पिता भूपेंद्र नारायण राय किसान हैं और मां सरोज राय गृहिणी हैं।
हितेश पोपली को आया सबसे ज्यादा अंक
गेट परीक्षा 2020 में सबसे ज्यादा अंक हितेश पोपली को मिला है। उन्हें कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी के पेपर में 100 में से 91 अंक मिले हैं। वहीं पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में बिहार के बेगूसराय के गौरव कुमार को देश भर में प्रथम स्थान मिला है।
गेट परीक्षा 2020 में सिर्फ 18.8 फीसदी छात्र ही हुए सफल
गेट परीक्षा 2020 में इस बार 6,85,088 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था। इनमें मात्र 18.8 फीसदी छात्रों ने परीक्षा पास की है। जिन लोगों ने गेट परीक्षा 2020 दी है वो गेट की वेबसाइट gate.iitd.ac.in पर जाकर नतीजे चेक कर सकते हैं।
GATE 2020 रिजल्ट का डायरेक्ट लिंक
गेट परीक्षा के जरिए भी मिलता है स्कॉलरशिप
गेट परीक्षा के जरिए देश आईआईटी, एनआईटी, आईआईएससी जैसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में एमटेक, एमई और पीएचडी कोर्सेज में दाखिल मिलात है। इसके अलावा देश में नवरत्न कंपनियां भी इस परीक्षा के नंबरों के आधार पर अपने यहां नियुक्तियां करती हैं। साथ ही बहुत सारी स्कॉलरशिप में भी इस परीक्षा में लाए अंक मान्य होते हैं।
गेट परीक्षा 2020 का आयोजन एक, दो, आठ और नौ फरवरी को किया गया था। इस परीक्षा का आंसर की आईआईटी दिल्ली ने 19 फरवरी को जारी कर दिया था। गेट का स्कोर कुछ विदेशी विश्वविद्यालयों में भी स्वीकार किया जाता है।
गेट का संचालन आईआईएससी बेंगुलुरु के अलावा बॉम्बे, दिल्ली, गुवाहाटी, कानपुर, खड़गपुर, मद्रास और रुड़की आईआईटी द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है। इस परीक्षा का स्कोर तीन साल तक मान्य होता है। इस टेस्ट को आप कितनी भी बार दे सकते हैं।