अमरावती, तीन अप्रैल आंध्रप्रदेश में आगामी मंडल परिषद् और जिला परिषद् चुनावों का बहिष्कार करने के तेलुगुदेशम पार्टी के प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू के निर्णय से पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता क्षुब्ध हैं और उन्होंने इस निर्णय का विरोध किया है।
पार्टी के कुछ नेताओं ने बहिष्कार करने के निर्णय पर निजी तौर पर दुख जताया और कहा कि यह चंद्रबाबू नायडू की ‘‘बड़ा राजनीतिक भूल’’ है। यह जानकारी उन नेताओं से जुड़े सूत्रों ने दी।
तेदेपा पोलित ब्यूरो की बैठक में वाई. रामाकृष्णुडू जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भी इसके खिलाफ ही विचार व्यक्त किया, क्योंकि इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्साह कमजोर पड़ेगा।
हालांकि, चंद्रबाबू नायडू ने घोषणा की कि तेदेपा आठ अप्रैल को होने वाले एमपीटीसी (मंडल परिषद स्थानीय निर्वाचन क्षेत्र) और जेडपीटीसी (जिला परिषद स्थानीय निर्वाचन क्षेत्र) चुनावों का बहिष्कार करेगी क्योंकि वे ‘‘पूरी तरह अलोकतांत्रिक’’ हो गई हैं।
चंद्रबाबू के निर्णय के विरोध में ज्योतुला नेहरू ने तेदेपा के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और कहा कि इस निर्णय से उन्हें दुख हुआ है। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. अशोक गजपति राजू ने भी पार्टी प्रमुख के निर्णय को सही नहीं बताया।
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