केरल में चुनाव के बाद झड़प में यूथ लीग के कार्यकर्ता की मौत
By भाषा | Updated: April 7, 2021 14:41 IST2021-04-07T14:41:14+5:302021-04-07T14:41:14+5:30

केरल में चुनाव के बाद झड़प में यूथ लीग के कार्यकर्ता की मौत
कन्नूर (केरल), सात अप्रैल केरल में चुनाव के बाद माकपा और आईयूएमएल के कथित कार्यकर्ताओं के बीच झड़प में गंभीर रूप से घायल हुए यूथ लीग के 22 वर्षीय कार्यकर्ता की बुधवार को मौत हो गई।
केरल में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद कई हिस्सों में राजनीतिक हिंसा हुई।
पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान यहां चोकली निवासी मंसूर के रूप में हुई है। उसके पैर में गंभीर चोंटें आयी थी और उसे कोझीकोड के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूत्रों ने बताया कि घटना के तुरंत बाद पुलिस ने माकपा के एक कथित कार्यकर्ता को हिरासत में ले लिया।
यूथ लीग विपक्षी दल कांग्रेस नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के मुख्य सहयोगी दल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) की युवा ईकाई है।
स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार फर्जी मतदान के आरोपों पर मंगलवार को सुबह करीब आठ बजे कुथुपरम्बा निर्वाचन क्षेत्र के पराल इलाके में झड़प हुई।
उन्होंने बताया कि लोगों के एक समूह ने मंसूर और उसके भाई एवं यूडीएफ के चुनावी एजेंट मोहसिन पर उनके घर के पास हमला कर दिया और उन पर बम फेंके। इससे पहले उन्होंने दोनों भाइयों पर धारदार हथियार से हमला किया।
घटना में मोहसिन को भी गंभीर चोटें आयी हैं और उसे कोझीकोड के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
झड़प में महिलाओं समेत उनके परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी घायल हुए हैं और उन्हें थलासेरी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मोहसिन ने बुधवार को अस्पताल से एक टीवी चैनल को बताया, ‘‘उन्होंने मेरा नाम पूछने के बाद मुझ पर हमला कर दिया। मुझे बचाने की कोशिश में मेरा भाई घायल हो गया।’’
उनके पिता अब्दुल्ला ने भी बताया कि हमलावरों ने उनकी आंखों के सामने ही उनके बेटों पर हमला किया।
आईयूएमएल ने मंसूर की हत्या के पीछे सत्तारूढ़ माकपा को जिम्मेदार ठहराया है जबकि वाम दल ने इस आरोप को खारिज कर दिया और कहा कि यह राजनीतिक हत्या का मामला नहीं है।
बहरहाल पुलिस ने बुधवार को कहा कि उसे शक है कि यह एक राजनीतिक हत्या है और घटना में 10 से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं।
कन्नूर के जिला पुलिस प्रमुख आर इलांगो ने कहा कि जांच चल रही है और सभी आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ना प्राथमिकता है।
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘हमें शक है कि यह राजनीतिक हत्या का मामला है। जांच चल रही है और अभी हम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकते। हम साजिश के नजरिए से भी छानबीन कर रहे हैं।’’
अधिकारी ने यह भी कहा कि मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया जाएगा।
कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला और आईयूएमएल के वरिष्ठ नेता पी के कुन्हलिकुट्टी इस घटना को लेकर माकपा की निंदा की।
उन्होंने हरिपद में कहा, ‘‘माकपा विधानसभा चुनावों में हार के डर से राज्यभर में हिंसा कर रही है। यूडीएफ कार्यकर्ताओं को कई स्थानों पर जान का खतरा है। यूथ लीग के कार्यकर्ता की हत्या निंदनीय है। वाम दल को हिंसा बंद करनी चाहिए।’’
बहरहाल माकपा के कार्यवाहक सचिव ए विजयराघवन ने इस बात से इनकार किया कि यह राजनीतिक हत्या है।
इस बीच कांग्रेस नीत यूडीएफ ने बुधवार को कुथुपरम्बा में हड़ताल का आह्वान किया।
केरल के उत्तरी कन्नूर जिले में स्थित कुथुपरम्बा विधानसभा क्षेत्र में सत्तारूढ़ माकपा नीत लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के सहयोगी लोक जनतांत्रिक दल के के. पी. मोहनन और आईयूएमएल के पुट्टनकंडी अब्दुल्ला के बीच कड़ा मुकाबला देखा गया।
राज्य में मंगलवार को मतदान खत्म होने के बाद से विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की कई घटनाएं देखी गई।
हरिपद और कयमकुलम में कांग्रेस और माकपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें आयी।
युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष श्रीजीत परक्कलई पर गत रात कासरगोड में अज्ञात गिरोह ने हमला कर दिया।
उन्हें मेंगलुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है और भाजपा ने इस घटना के पीछे माकपा को जिम्मेदार ठहराया है।
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