(जस्टिन राव)
मुंबई, चार अगस्त बॉलीवुड अभिनेता मनोज वाजपेयी ने कहा है कि वह इसे लेकर बहुत रोमांचित महसूस कर रहे हैं कि डिजिटल मंच पर उनकी सफलता ने दर्शकों को, खासतौर पर युवा पीढ़ी को 1990 और 2000 के दशक की उनकी फिल्में देखने के लिए प्रेरित किया है।
अपने 25 साल के फिल्मी करियर में वाजपेयी (52) ने ‘सत्या’, ‘शूल’, ‘राजनीति’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘अलीगढ़’ और ‘भोंसले’ जैसी फिल्में की हैं, जिनमें उनके अभिनय के को सराहा गया है।
देश में ऑनलाइन मनोरंजन माध्यमों के जोर पकड़ने के साथ ही दर्शक उन्हें खुफिया एजेंट ‘श्रीकांत तिवारी’ के तौर पर निभाई गई भूमिका को लेकर जान रहे हैं। ‘श्रीकांत तिवारी’ एमेज़न प्राइन वीडियो सीरीज़ ‘ द फैमिली मैन’ का एक किरदार है। इस वेब सीरिज की कामयाबी ने उनके लिए डिजिटल जगत के दरवाज़े खोल दिए हैं।
हालांकि, अभिनेता ‘ओवर द टॉप’ (ओटीटी) मंच ‘जी5’ की ‘साइलेंस… कैन यू हियर इट?’ और नेटफ्लिक्स की ‘रे’ में काम कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन माध्यम की लोकप्रियता ने दर्शकों के एक हिस्से को उनकी प्रतिभा को फिर से देखने के लिए प्रेरित किया है।
वाजपेयी ने पीटीआई-भाषा से साक्षात्कार में कहा, “अब 13 साल के बच्चे मेरे प्रदर्शन को सराह रहे हैं और मैं नए दर्शकों तक पहुंच पाया हूं। ओटीटी मंचों की वजह से दर्शकों का आधार बढ़ा है। मैंने ओटीटी पर ‘द फैमिली मेन’, ‘रे’, ‘साइलेंस’ से कामयाबी हासिल की है और इन्हें दुनियाभर में लोगों ने देखा है।”
अभिनेता ने कहा कि यह जबर्दस्त है और दर्शकों ने अब उनकी पुरानी फिल्में देखना शुरू कर दिया है।
राष्ट्रीय पुस्कार विजेता अभिनेता ने कहा, “वे (दर्शक) पीछे जा रहे हैं, मेरे सभी काम को फिर से देखने की कोशिश कर रहे हैं। 'सत्या', 'शूल', 'कौन', 'जुबैदा' से लेकर 'गली गुलियां', 'अलीगढ़' और 'भोंसले' तक। यह उत्साहजनक है।”
अभिनेता ‘जी5’ के ‘डायल 100’ सीरीज़ में दिखेंगे जो छह अगस्त को रिलीज़ होगी। इसके निर्देशक रेनसिल डीसिल्वा हैं।
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