Yes बैंक में अधिकतम ₹10 हजार करोड़ निवेश की सीमा तय की है: SBI चेयरमैन

By भाषा | Updated: March 7, 2020 20:12 IST2020-03-07T20:12:05+5:302020-03-07T20:12:05+5:30

एसबीआई के निदेशक मंडल ने पहले ही यस बैंक में निवेश की संभावनाओं को टटोलने के लिए ‘सैद्धान्तिक मंजूरी’ दे दी है। कुमार ने कहा कि यदि एसबीआई अकेले 49 प्रतिशत हिस्सेदारी लेता है तो उसे तत्काल 2,450 करोड़ रुपये का निवेश करना होगा। कुमार ने इस संबंध में यहां संवाददाताओं से कहा, “मैंने पहले ही (निवेश के लिए) 10,000 करोड़ रुपये की सीमा तय की है।”

Yes bank maximum investment limit of ₹ 10 thousand crore in the bank: SBI Chairman | Yes बैंक में अधिकतम ₹10 हजार करोड़ निवेश की सीमा तय की है: SBI चेयरमैन

यस बैंक में निवेश की संभावनाओं को टटोलने के लिए ‘सैद्धान्तिक मंजूरी’ दे दी है।

Highlightsस्टेट बैंक ने यस बैंक में निवेश के लिए अधिकतम 10,000 करोड़ रुपये की सीमा तय की है।RBI की पुनर्गठन योजना के तहत एसबीआई संकटग्रस्त यस बैंक में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी ले सकता है।

मुंबई: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के प्रमुख रजनीश कुमार ने शनिवार को कहा कि स्टेट बैंक ने यस बैंक में निवेश के लिए अधिकतम 10,000 करोड़ रुपये की सीमा तय की है। भारतीय रिजर्व बैंक की पुनर्गठन योजना के तहत एसबीआई संकटग्रस्त यस बैंक में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी ले सकता है। रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को नकदी संकट से जूझ रहे यस बैंक के पुनर्गठन के लिए मसौदा योजना की घोषणा करते हुए कहा था कि रणनीतिक निवेशक को बैंक में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी लेनी होगी और वह तीन साल से पहले अपनी हिस्सेदारी को 26 प्रतिशत से कम नहीं कर सकता।

एसबीआई के निदेशक मंडल ने पहले ही यस बैंक में निवेश की संभावनाओं को टटोलने के लिए ‘सैद्धान्तिक मंजूरी’ दे दी है। कुमार ने कहा कि यदि एसबीआई अकेले 49 प्रतिशत हिस्सेदारी लेता है तो उसे तत्काल 2,450 करोड़ रुपये का निवेश करना होगा। कुमार ने इस संबंध में यहां संवाददाताओं से कहा, “मैंने पहले ही (निवेश के लिए) 10,000 करोड़ रुपये की सीमा तय की है।”

उन्होंने कहा कि 10,000 करोड़ रुपये की सीमा बैंक को अधिक पूंजी आवश्यकता के अनुमानों पर आधारित है। कुमार ने कहा कि एसबीआई को बैंक के पुनर्गठन के लिए मसौदा योजना मिली है और बैंक की निवेश तथा कानूनी टीम उसका अध्ययन कर रही है। ‘‘हम जैसे ही अपनी जांच परख पूरी कर लेंगे, जरूरी सुझावों और टिप्पणी के साथ हम रिजर्व बैंक के पास जायेंगे।’’

यस बैंक की पुनर्गठन योजना को लेकर जरूरी सुझाव और टिप्पणियां 9 मार्च 2020 तक रिजर्व बैंक को सौंपी जानी है। इसके बाद केन्द्रीय बैंक मामले में अंतिम निर्णय लेगा। उन्होंने बताया कि कई संभावित निवेशकों ने मसौदा योजना को देखने के बाद एसबीआई का रुख किया है। उन्होंने कहा, “यस बैंक के लिए लोगों ने हमसे संपर्क किया है। ये सभी शुरुआती चर्चाएं हैं। हमारी निवेश टीम उनसे चर्चा करेगी और संभावनाएं तलाशेगी।” आरबीआई ने बृहस्पतिवार को यस बैंक के कामकाज पर अस्थाई रूप से रोक लगा दी थी। उन्होंने कहा कि यह कोशिश की जा रही है कि आरबीआई द्वारा तय समयसीमा के भीतर पुनर्गठन योजना को मंजूरी मिल जाए और वह लागू हो जाए।

उन्होंने यह भी कहा कि प्रस्तावित योजना का एसबीआई के खातों पर कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा, “बैंक के पूंजी पर्याप्तता अनुपात पर बेहद मामूली असर होगा। एक नीति के रूप में हमने सभी अनुपातों को न्यूनतम नियामक आवश्यकताओं के मुकाबले आधा प्रतिशत अधिक रखा है। हम बाजार से नई पूंजी उठाए बिना ऐसा जारी रख सकते हैं और सरकार से किसी नई पूंजी के अनुरोध का सवाल ही नहीं है।”

उन्होंने कहा कि योजना के तहत एसबीआई के निवेशकों के हितों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के एक बैंक में एसबीआई के निवेश से हितों के टकराव जैसी कोई बात भी नहीं होगी। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के आवास पर मारे गए छापों के बारे में उन्होंने कहा, “यस बैंक एक संस्था है और राणा कपूर एक व्यक्ति हैं। इसलिए अगर किसी व्यक्ति ने कुछ गलत किया है तो उसे उसकी कीमत चुकानी होगी, लेकिन उसका नुकसान उद्यम क्यों भुगते।” कुमार ने कहा कि इस संकट के समाधान में एसबीआई के शामिल होने से निवेशकों और जमाकर्ताओं का डर दूर होगा। उन्होंने जमाकर्ताओं को भरोसा दिया कि उनका धन सुरक्षित है।

Web Title: Yes bank maximum investment limit of ₹ 10 thousand crore in the bank: SBI Chairman

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