श्रमिक और इंजीनियरों ने रिकॉर्ड 40 घंटे में क्षतिग्रस्त पटरी की मरम्मत कर ट्रेन सेवा बहाल की
By भाषा | Updated: November 24, 2021 20:27 IST2021-11-24T20:27:18+5:302021-11-24T20:27:18+5:30

श्रमिक और इंजीनियरों ने रिकॉर्ड 40 घंटे में क्षतिग्रस्त पटरी की मरम्मत कर ट्रेन सेवा बहाल की
अमरावती, 24 नवंबर दक्षिण भारत को उत्तर और पूर्व से जोड़ने वाली अहम विजयवाड़ा-चेन्नई ग्रैंड ट्रंक रेलवे लाइन की मरम्मत सैंकड़ों कामगारों ने रिकॉर्ड 40 घंटे में कर दी। पिछले सप्ताह भारी बारिश के बाद नेल्लोर और पादुगुपाडु के बीच रेलवे पटरी क्षतिग्रस्त हो गई थी।
एक अधिकारी ने कहा कि पादुगुपाडु के पास करीब 1.8 किलोमीटर तक रेलवे पटरी क्षतिग्रस्त हो गई थी क्योंकि कोवुरु में सिंचाई टैंक टूट गए थे और ग्रैंड ट्रंक लाइन पर पानी भर गया था। इसमें से 600 मीटर तक पटरी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी और गिट्टी तथा पटरी के लिए बने तटबंध 2.5 मीटर की गहराई तक बह गए और पटरी यहां लटकने वाली स्थिति में आ गई।
इसके बाद इस महत्वपूर्ण लाइन पर सैंकड़ों ट्रेनों का परिचालन रद्द करना पड़ा या उनका मार्ग बदला गया। एससीआर विजयवाड़ा मंडल के प्रबंध शिवेंद्र मोहन ने एक विज्ञप्ति में बताया कि करीब 300 श्रमिक, 25 अधिकारी और 50 निरीक्षक लगातार मरम्मत कार्य में लगे रहे और उन्होंने प्रभावित खंड को बहाल कर दिया। रिकॉर्ड 40 घंटे में सेवा को पहले की तरह सामान्य रूप में बहाल कर दिया गया।
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