एयर इंडिया की महिला पायलट रचेंगी इतिहास, दुनिया के सबसे लंबे हवाई मार्ग पर भरेंगी उड़ान, उत्तरी ध्रुव के ऊपर से गुजरेगा विमान
By अनुराग आनंद | Updated: January 9, 2021 09:38 IST2021-01-09T09:35:54+5:302021-01-09T09:38:25+5:30
एयर इंडिया ने इस काम के लिए जो टीम बनाई है उसमें केवल महिलाएं हैं. कैप्टन जोया अग्रवाल इस उड़ान की कमांडिंग अधिकारी होंगी.

सांकेतिक तस्वीर (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: दुनिया के सबसे लंबे हवाई मार्ग से उत्तरी ध्रुव के ऊपर से उड़ान भरने वाली भारत की पहली एयर लाइन कंपनी एयर इंडिया एक और उपलब्धि हासिल करने जा रही है. एयर इंडिया की महिला पायलटों की एक टीम इस सबसे लंबे मार्ग से उड़ान भरने जा रही है.
एयर इंडिया की यह टीम सैन फ्रांसिस्को से उड़ान भरेगी और करीब 16000 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद 9 जनवरी को बेंगलुरु पहुंचेगी. एयर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी ध्रुव के ऊपर से उड़ान भरना बहुत ही चुनौतीपूर्ण है और एयरलाइन कंपनियां इस मार्ग पर अपने सर्वश्रेष्ठ और अनुभवी पायलटों को ही भेजती हैं.
एयर इंडिया ने इस काम के लिए जो टीम बनाई है उसमें केवल महिलाएं हैं. कैप्टन जोया अग्रवाल इस उड़ान की कमांडिंग अधिकारी होंगी. कैप्टन अग्रवाल और उनकी टीम की साथी 9 जनवरी को इतिहास रचने के लिए उत्साहित हैं. कैप्टन जोया अग्रवाल ने कहा, ''मुझे गर्व है कि मेरी टीम में कैप्टन पापागारी, आकांक्षा सोनावने और शिवानी मन्हास जैसी अनुभवी कैप्टन हैं.
यह पहली बार है जब पायलटों की ऐसी टीम उत्तरी ध्रुव के ऊपर से उड़ान भरेगी जिसमें केवल महिलाएं होंगी और एक तरह से यह इतिहास रचना होगा. यह किसी भी पेशेवर पायलट के लिए एक सपने की तरह है जो सच होने जा रहा है.'
बोइंग-777 उड़ाने वाली दुनिया की सबसे युवा पायलट
बोइंग-777 उड़ाने वाली दुनिया की सबसे युवा पायलट हैं कैप्टन अग्रवाल उत्तरी ध्रुव के ऊपर से सबसे लंबी उड़ान भरने का कार्य पूरा होते ही कैप्टन अग्रवाल के रिकॉर्ड की लिस्ट में एक और उपलब्धि जुड़ जाएगी. वर्ष-2013 में उन्होंने बोइंग-777 विमान उड़ाया था और यह विमान उड़ाने वाली वह सबसे युवा महिला पायलट बन गई थीं. उन्होंने कहा, ''मैं बोइंग-777 उड़ाने वाली दुनिया की सबसे युवा महिला कमांडर हूं. महिलाओं को खुद पर विश्वास होना चाहिए फिर समस्या कैसी भी क्यों न हो.''
मिशन बेहद कठिन:
इस अभियान के पूरा होते ही कैप्टन अग्रवाल एयर इंडिया की पहली महिला कमांडर बन जाएंगी जिसने उत्तरी ध्रुव के ऊपर से उड़ान को अंजाम दिया होगा. विशेषज्ञों के अनुसार उत्तरी ध्रुव के ऊपर से उड़ान भरना काफी जटिल काम है और इसके लिए कौशल और अनुभव की बहुत आवश्यकता होती है. हालांकि, पहले भी एयर इंडिया के पायलट यह काम करते रहे हैं, लेकिन पहली बार ऐसा महिला पायलट करेंगी.
(लोकमत हिंदी समाचार ब्यूरो)