लाइव न्यूज़ :

कोविड-19 टीकों की कम बर्बादी होने से अधिक से अधिक लोगों को टीका लग पाएगा : सरकार

By भाषा | Updated: June 11, 2021 16:36 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 11 जून केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 रोधी टीका एक आवश्यक जन स्वास्थ्य वस्तु है जिसकी दुनिया भर में कमी है और इसलिए इसकी बर्बादी कम से कम होनी चाहिए जिससे कई लोगों को टीका लगाने में मदद मिलेगी।

मीडिया की कुछ खबरों में कहा गया है कि टीके की बरबादी को एक प्रतिशत से कम रखने पर मंत्रालय द्वारा दिया जा रहा जोर अनुपयुक्त हैं। इन खबरों का हवाला देते हुए मंत्रालय ने कहा कि कई राज्यों ने टीकाकरण अभियान इस तरीके से चलाया है कि न कोई बरबादी हो बल्कि वे शीशी से अतिरिक्त खुराक निकाल सकें।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘अत: यह उम्मीद करना कि टीके की बरबादी एक प्रतिशत या इससे भी कम हो, यह अनुचित नहीं है। यह उचित, वांछनीय और पूरा करने योग्य है।’’

उसने यह भी कहा कि कोविड-19 रोधी टीका लगवाना लोगों को इस संक्रमण से बचाने के लिए महत्वपूर्ण है। कोविड-19 महामारी को खत्म करने में सुरक्षा और प्रभावी टीकों को समान रूप से उपलब्ध कराना अहम है।

मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ‘‘टीके बनाने में काफी वक्त लगता है और कई बार इन टीकों के लिए मांग आपूर्ति से कहीं अधिक होती है। अत: यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि महामारी से निपटने में इस कीमती हथियार का इस्तेमाल बेहतर और उचित तरीके से किया जाए। कोविड-19 रोधी टीका एक आवश्यक जन स्वास्थ्य वस्तु है जिसकी दुनिया भर में कमी है। अत: टीकों की बरबादी कम से कम होनी चाहिए जिससे कई लोगों को टीका लगाने में मदद मिलेगी।’’

उसने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी समय-समय पर टीकों की कम से कम बर्बादी पर जोर दिया है ताकि अधिक से अधिक लोग टीकों की खुराक ले सके।

बयान में कहा गया है, ‘‘टीकों की बरबादी में कमी का मतलब है कि अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाना और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करना। एक टीका बचाने का मतलब है कि एक और व्यक्ति को टीका लगाना।’’

कोविड-19 रोधी टीकों के लिए अभी इस्तेमाल की जा रही नीति में शीशी को एक बार खोलने के बाद उसे एक निर्धारित समयसीमा के भीतर इस्तेमाल किया जाना होता है।

बयान में कहा गया है कि टीका लगाने वाले व्यक्ति को प्रत्येक शीशी खोलने की तारीख और समय लिखने की सलाह दी जाती है और खोली जा चुकी सभी शीशियों को उसे खोलने के चार घंटों के भीतर इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है।

मंत्रालय ने कहा कि सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को टीकाकरण के प्रत्येक सत्र में कम से कम 100 लोगों को टीका लगाने की सलाह दी जाती है। हालांकि दूरवर्ती तथा कम आबादी वाले इलाकों में राज्य कम लोगों के लिए भी टीकाकरण आयोजित कर सकता है लेकिन उसे यह सुनिश्चित करना चाहिए कि टीकों की कोई बर्बादी न हो।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतजन संस्कृतिक मंचः 50 वर्ष पूरे होने पर स्वर्ण जयंती, 15 सदस्यीय आयोजन समिति का गठन 

भारतNCERT की कक्षा 7वीं की अपडेटेड टेक्स्टबुक में गजनी की क्रूरता शामिल

भारत500 करोड़ रुपये का सूटकेस दो और सीएम बनो?, पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर के बयान पर शिवकुमार ने कहा- ‘पागलों के किसी अस्पताल’ में भर्ती हो?

क्रिकेटटी20 विश्व कप 2026ः अब्दुल समद, बाबर आजम, उस्मान खान और नसीम शाह शामिल, कप्तान सलमान अली आगा ने कहा- अब कोई बदलाव नहीं...

स्वास्थ्यबिहार हेल्थ विभागः टॉर्च की रोशनी में ऑपरेशन, ठेले पर स्वास्थ्य सिस्टम, बिहार में आम बात?, आखिर क्यों स्वास्थ्य मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक थपथपा रहे हैं पीठ?

भारत अधिक खबरें

भारतजब वंदे मातरम् के 100 वर्ष हुए, तब देश आपातकाल की जंजीरों में जकड़ा हुआ था?, पीएम मोदी ने कहा-संविधान का गला घोंट दिया गया था, वीडियो

भारत‘अंग्रेजों ने बांटो और राज करो का रास्ता चुना’, लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा-आजादी की लड़ाई, मातृभूमि को मुक्त कराने की जंग थी, वीडियो

भारतवंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और हम सभी ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं, लोकसभा में पीएम मोदी, वीडियो

भारतIndiGo Flight Cancellations: इंडिगो संकट, 7वें दिन 400 फ्लाइट कैंसिल, हालात से लाचार हजारों पैसेंजर, देखिए दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई एयरपोर्ट हाल, वीडियो

भारतमेरे सम्मानित प्रदेश वासियों?, सीएम योगी लिखी चिट्ठी, क्या है इसमें खास?, पढ़िए