कौन थे प्रसन्ना पटनायक?, ओडिशा राजनीति में भाजपा को बड़ा झटका
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 30, 2025 14:29 IST2025-05-30T14:28:37+5:302025-05-30T14:29:30+5:30
निधन से ओडिशा को अपूरणीय क्षति हुई है। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रभु श्रीजगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं।

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भुवनेश्वरः ओडिशा के पहले भाजपा विधायक प्रसन्ना पटनायक का शुक्रवार को यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उन्हें बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह 76 वर्ष के थे और उनके परिवार में पत्नी और उनकी दो बेटियां है। पटनायक के निधन पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल, कई मंत्रियों और विधायकों ने शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री माझी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘ओडिशा की राजनीति के एक मेहनती नेता और राज्य के पहले भाजपा विधायक प्रसन्ना पटनायक के निधन से दुखी हूं। शिक्षा, समाजसेवा और राजनीति में उनका योगदान तथा पार्टी संगठन को मजबूत करने में उनकी भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी।
उनके निधन से राज्य को अपूरणीय क्षति हुई है। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रभु श्रीजगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं।’’ पटनायक वर्ष 1977, 1985 और 1990 में तीन बार ढेंकानाल जिले के कामक्षयानगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। वह पहली बार 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर विधानसभा पहुंचे थे।
इसके बाद वर्ष 1985 में वह भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीतकर ओडिशा से पार्टी के पहले विधायक बने। वर्ष 1990 में वह बीजू पटनायक के नेतृत्व वाले जनता दल में शामिल हुए और तीसरी बार विधानसभा पहुंचे। वर्ष 2014 में वह भाजपा में पुन: लौट आए थे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि उनका पार्थिव शरीर भाजपा के राज्य मुख्यालय लाया गया जहां नेताओं और आम लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनका अंतिम संस्कार पुरी के ‘स्वर्गद्वार’ में किया जाएगा।