WHO WAS Kameshwar Chaupal: कौन थे कामेश्वर चौपाल?, राम लला मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखने वाले, पीएम मोदी ने किया याद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 7, 2025 12:55 IST2025-02-07T12:50:31+5:302025-02-07T12:55:37+5:30
WHO WAS Kameshwar Chaupal Death: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उन्हें 'प्रथम कारसेवक' की उपाधि से सम्मानित किया था।

WHO WAS Kameshwar Chaupal Death
WHO WAS Kameshwar Chaupal Death: अयोध्या में राम लला के मंदिर के निर्माण के लिए पहली ईंट रखने वाले विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता कामेश्वर चौपाल का बीमारी के बाद निधन हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौपाल के निधन पर दुख व्यक्त किया है। राम मंदिर ट्रस्ट के मीडिया सेंटर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार चौपाल ने दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली। मंदिर ट्रस्ट ने कहा कि पटना के रहने वाले चौपाल लंबे समय से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे। ट्रस्ट के अनुसार, उन्होंने नौ नवंबर 1989 को अयोध्या में राम मंदिर के प्रथम शिलान्यास समारोह में पहली ईंट रखी थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उन्हें 'प्रथम कारसेवक' की उपाधि से सम्मानित किया था।
SAD NEWS - Ayodhya Ram Mandir trustee Kameshwar Choupal passed away at age of 68.
— News Arena India (@NewsArenaIndia) February 7, 2025
RSS mentioned him as first Karsewak.
He was former BJP MLC from Bihar.
In 1989 he kept first brick for Sri Ram Mandir.
He was suffering from kidney issues despite his daughter donating kidney. pic.twitter.com/YLeuD1dnU9
भाजपा के वरिष्ठ नेता और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे एक अनन्य रामभक्त थे, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया। दलित पृष्ठभूमि से आने वाले कामेश्वर जी समाज के वंचित समुदायों के… pic.twitter.com/pmqXNvvqfr— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2025
विश्व हिंदू परिषद ने अपने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल से की गयी पोस्ट में कहा, "विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष, बिहार प्रांत के माननीय अध्यक्ष, श्री राम जन्मभूमि के तीर्थ क्षेत्र के न्यासी, दो बार के सांसद व श्री रामलला के मंदिर की प्रथम ईंट रखने वाले श्री कामेश्वर चौपाल जी का निधन बेहद दुखद और स्तब्ध करने वाला है।"
इसी पोस्ट में आगे कहा गया, "हम सब उनकी दिवंगत पुण्यात्मा की शांति व परिजनों को धैर्य प्रदान करने के लिए प्रभु से कामना करते हैं।" भाषा सं. सलीम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौपाल के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य और नौ नवंबर 1989 को आयोजित ऐतिहासिक शिलान्यास समारोह में पूज्य संत गण की उपस्थिति में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की प्रथम शिला रखने वाले परम राम भक्त श्री कामेश्वर चौपाल जी का निधन अत्यंत दुःखद है।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "उनका पूरा जीवन धार्मिक और सामाजिक कार्यों में समर्पित रहा। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ओम शांति!”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और रामजन्म भूमि न्यास के न्यासी कामेश्वर चौपाल के निधन पर शुक्रवार को शोक व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया। चौपाल का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया।
उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पहली ईंट रखी थी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने इसके लिए उन्हें 'प्रथम कारसेवक' की उपाधि से सम्मानित किया था। प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भाजपा के वरिष्ठ नेता और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है।
वह एक अनन्य रामभक्त थे, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दलित पृष्ठभूमि से आने वाले कामेश्वर जी समाज के वंचित समुदायों के कल्याण के कार्यों के लिए भी हमेशा याद किए जाएंगे। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और समर्थकों के साथ हैं।’’