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ओमीक्रॉन को लेकर WHO की चेतावनी- अब कोई भी लापरवाही मौतों का कारण बन सकती है, कही कई गंभीर बातें

By अनिल शर्मा | Updated: December 9, 2021 10:51 IST

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एधेनॉम गेब्रियेसस ने कहा है कि कोविड-19 का ओमीक्रॉन वैरिएंट 57 देशों में फैल चुका है और अब किसी भी तरह की लापरवाही मौतों का कारण बन सकती है।

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ठळक मुद्देकिसी भी तरह की लापरवाही मौतों का कारण बन सकती है: WHOहमें ठोस निष्कर्ष निकालने में सावधानी बरतनी चाहिएः WHO

नई दिल्लीः विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रॉन को लेकर लगातार अपने अपडेट्स दे रहा है। अब तक कोविड-19 के इस नए वैरिएंट को 57 देशों में रिपोर्ट किया गया है। WHO ने कहा है कि 'ओमीक्रॉन तेज गति से बढ़ता रहेगा। इसके वैश्विक प्रसार और बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन सहित ओमीक्रॉन की कुछ विशेषताएं बताती हैं कि यह महामारी के कोर्स पर एक बड़ा प्रभाव डाल सकता है। यह प्रभाव वास्तव में कैस और क्या होगा यह जानना अभी भी मुश्किल है।'

किसी भी तरह की लापरवाही मौतों का कारण बन सकती है

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एधेनॉम गेब्रियेसस ने कहा है कि कोविड-19 का ओमीक्रॉन वैरिएंट 57 देशों में फैल चुका है और अब किसी भी तरह की लापरवाही मौतों का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा, जिनकी मौत नहीं होती उनमें से अधिकांश को लंबे समय तक कोविड-19 से जूझना या कोविड-19 के बाद की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

हमें ठोस निष्कर्ष निकालने में सावधानी बरतनी चाहिएः WHO

गौरतलब है कि ओमीक्रॉन को लेकर हर दिन नए डेटा सामने आ रहे हैं। हालांकि वैज्ञानिकों को इसको ठीक से अध्ययन करने के लिए समय चाहिए। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि जब तक हमारे पास पूरी तस्वीर सामने नहीं आती, तब तक हमें ठोस निष्कर्ष निकालने में सावधानी बरतनी चाहिए। डब्ल्यूएचओ हर दिन दुनिया भर में हजारों विशेषज्ञों को डेटा साझा करने और विश्लेषण करने और अनुसंधान को आगे बढ़ाने के कार्य में लगा हुआ है।

डब्ल्यूएचओ ने अपने जारी बयान में कहा है कि दक्षिण अफ्रीका में नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। इसके उभरते हुए आंकड़े बताते हैं कि ओमीक्रॉन के साथ फिर से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है, लेकिन मजबूत निष्कर्ष निकालने के लिए अधिक डेटा की आवश्यकता है। संगठन ने कहा, इस बात के भी कुछ प्रमाण हैं कि ओमिक्रॉन डेल्टा की तुलना में मामूली बीमारी का कारण बनता है, लेकिन फिर भी, निश्चित होना अभी भी बहुत जल्दी है।

टॅग्स :ओमीक्रोन (B.1.1.529)WHOवर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशनकोरोना वायरसकोविड-19 इंडिया
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