WHO ने भारत को किया सावधान, कहा- सिर्फ लॉकडाउन से नहीं खत्म होगा कोरोना, अपनाना होगा इन 2 देशों का मॉडल
By सुमित राय | Published: March 26, 2020 10:58 AM2020-03-26T10:58:30+5:302020-03-26T10:58:30+5:30
कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या भारत में 600 से पार पहुंच गई है, जबकि इस महामारी से 12 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए भारत ने कड़ा कदम उठाया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 21 दिनों की लॉकडाउन की घोषणा की थी। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि भारत का यह कदम तारीफ के काबिल है, लेकिन इसके साथ ही कुछ और फैसले लेने होंगे, क्योंकि सिर्फ लॉकडाउन से कोरोना का खतरा खत्म नहीं होगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के चेयरमैन डॉ. ट्रेडोस ने कहा, 'भारत ने काफी पहले लॉकडाउन करने का फैसला लिया है, क्योंकि जिन देशों ने सही समय पर कड़े फैसले नहीं लिए वहां बहुत बुरा असर हुआ है।' वहीं डब्ल्यूएचओ के अन्य डॉक्टर रेयान ने कहा, 'लॉकडाउन अच्छा कदम है, लेकिन इससे आगे अब पीड़ितों के संपर्क में आए लोगों की पहचान करनी होगी और उन्हें निगरानी में रखना होगा।'
WHO की डाक्टर मारिया वैन ने कहा, 'लॉकडाउन का मतलब यह नहीं है कि आप ऐसा करके कोरोना से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए आगे के प्लान में बदलाव करना होगा और जहां केस ज्यादा हैं वहां सावधानिया बरतनी होगी।' उन्होंने आगे कहा, 'भारत कोरोना को पूरी तरह से रोकने के लिए चीन और सिंगापुर का मॉडल अपना सकता है, जहां अलग-अलग क्षेत्र में कई तरह के फैसले लिए गए हैं।'
बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या भारत में 600 से पार पहुंच गई है, जबकि इस महामारी से 12 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। दुनियाभर में कोरोना की चपेट में 4.71 लाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं और मरने वालों की संख्या 21 हजार को पार कर गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए मंगलवार को पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने बताया कि इस अवधि तक सड़क, रेल और हवाई सेवाएं स्थगित रहेंगी, लेकिन जरूरी सेवाओं की चीजें पहले की तरह ही चलती रहेंगी।
इसके बाद गृह मंत्रालय ने छह पन्नों का एक दिशानिर्देश जारी किया, जिसके मुताबिक रियायती मूल्य पर सामान देने वाले, खाने पीने के सामान, किराने की दुकान, सब्जी, फल, मांस, मछली और जानवरों के खाने के दुकानें खुली रहेंगी।