बीजेपी के वर्चस्व को रोकने के लिए पश्चिम बंगाल में TMC की नई चाल, हिंदुओं को लुभाने के लिए बनाया ये एजेंडा
By पल्लवी कुमारी | Published: September 14, 2018 10:27 AM2018-09-14T10:27:06+5:302018-09-14T13:56:48+5:30
TMC leader participate in Ganesh Puja: पश्चिम बंगाल के हर इलाके में गणेश पूजा किया जा रहा है। इसमें स्थानीय नेताओं के साथ ब्लॉक और जिला स्तर के नेता भी शामिल हो रहे हैं।
कोलकता, 14 सितंबर: पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के बाद अब गणेश पूजा की धूम है। बीजेपी के बढ़ते वर्चस्व को देखते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता देवी-देवताओं की पूजा में बढ़-चढ़कर शामिल हो रहे हैं। पिछली बार रामनवमी के मौके पर टीमएसी के नेताओं ने जुलूस निकाले थे। अब यही इस बार हो रहा है। गणेश पूजा में भी टीएमसी के नेताओं की भागीदारी देखी जा रही है।
टीएमसी का नया प्लान
पश्चिम बंगाल के हर इलाके में गणेश पूजा किया जा रहा है। इसमें स्थानीय नेताओं के साथ ब्लॉक और जिला स्तर के नेता भी शामिल हो रहे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश के सदन पांडे, सोवंदेब चट्टोपाध्याय और सुजीत बोस जैसे वरिष्ठ टीएमसी नेता गणेश पूजा के पंडालों का उद्घाटन कर रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बंगाल के ऊर्जा राज्य मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय को शहर में अलग-अलग हिस्सों में गणेश चतुर्थी के उद्घाटन के 16 आमंत्रण आए हैं।
विधायक सुजीत बोस का कहना है कि इस बार कोलकाता में गणेश पूजा का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इसके साथ ही भारी संख्या में निमंत्रण पत्र मिले हैं।
वहीं यही मानना पूर्व मंत्री और टीएमसी के वरिष्ठ नेता मदन मित्र का भी है। सिर्फ कोलकाता में ही नहीं हावड़ा सहित अन्य जिलों में भी गणेश पूजा का आयोजन किया जा रहा है। टीएमसी नेताओं का मानना है कि गणेश पूजा भी जनसंपर्क का एक सशक्त माध्यम है।
सदन पांडे का कहना है, 'मेरे लिए एक रात में इतनी संख्या में उद्घाटन करना संभव नहीं है। तो मैं उन्हें तीन दिनों में पूरा करने की कोशिश करूंगा।' हालांकि मंत्री मानते हैं कि गणेश चतुर्थी सामाजिक रिश्तों के ताने-बाने को बनाए रखने में अच्छा जरिया बन गया है।
बीजेपी भी ले रही बढ़-चढ़ कर हिस्सा
बीजेपी के नेता भी गणेश उत्सव में बहुत हिस्सा ले रहे हैं। पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "हमारे नेता लंबे समय से गणेश पूजा में भाग ले रहे हैं। टीएमसी अब हिंदू एजेंडा का पीछा कर रही है और राम नवमी, हनुमान जयंती, जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी में भाग ले रही है।
मुहर्रम पर लगाया गया था प्रतिबंध
उन्होंने हाल ही में, राज्य सरकार ने मुहरर्म के कारण पिछले साल मूर्तियों के विसर्जन पर प्रतिबंध लगाने के बाद दुर्गा पूजा समितियों के लिए उनके बाड़ को सुधारने के लिए अनुदान की घोषणा की थी। पिछले साल तक, टीएमसी ने हिंदू विरोधी एजेंडा का पीछा किया और अब वह हिंदुओं को लुभाने में लगी है।