कोलकाता:पश्चिम बंगाल में भाजपा विधायकों के पार्टी छोड़ने का सिलसिल रुकने का नाम नहीं ले रहा है जिसके कारण शुक्रवार को नए पार्टी अध्यक्ष सुकंता मजूमदार ने विधायकों से पार्टी के साथ रहने और मिलकर काम करने की अपील की.
दरअसल, बीते शुक्रवार को ही रायगंज से भाजपा विधायक कृष्णा कल्याणी ने पार्टी छोड़ने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि उनके लिए भगवा दल के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी के क्षेत्र में चल रहे ‘तमाशे के साथ’ आम लोगों के लिए काम करना असंभव हो गया है.
वहीं, राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कल्याणी के इस बयान के बाद उन्हें पार्टी में शामिल होने का न्योता देने में देरी नहीं की.
पिछले महीने ही प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए मजूमदार पहली बार केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात कर दिल्ली से लौटे थे. सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने उनसे दलबदल का सिलसिला को रोकने के लिए कदम उठाने को कहा.
कल्याणी की घोषणा के बाद कोलकाता में उन्होंने पार्टी विधायकों के लिए एक अपील जारी की और कहा कि हम अपने विधायकों के साथ बातचीत कर रहे हैं. पार्टी का हित व्यक्ति के हित से बड़ा होता है. मैं सभी से पार्टी के हित को ध्यान में रखते हुए साथ आने और हमारे साथ काम करने की अपील करता हूं.
बता दें कि, मई में राज्य के चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से मुकुल रॉय सहित चार विधायक टीएमसी में शामिल हो गए. पिछले महीने पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी सांसद बाबुल सुप्रियो ने भी पाला बदल लिया था.
कल्याणी के आरोप के बारे में पूछे जाने पर मजूमदार ने कहा कि देबाश्री चौधरी रायगंज (उत्तर दिनाजपुर जिले) में हमारी सांसद हैं और उसी संसदीय क्षेत्र से हमारी विधायक ने हमारी पार्टी छोड़ दी है. एक ही क्षेत्र के हमारे सांसद और विधायक के बीच मतभेद चिंता का विषय है.
पार्टी की अनुशासन समिति ने कल्याणी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कल्याणी से विधानसभा से इस्तीफा देने को कहा है.