मौसम की जानकारी: मानसून ने दी दस्तक, महाराष्ट्र, तेलंगाना और ओडिशा में झमाझम बारिश, भारी वर्षा की चेतावनी जारी
By भाषा | Updated: June 11, 2020 18:33 IST2020-06-11T17:52:52+5:302020-06-11T18:33:19+5:30
कई राज्य में मानसून ने दस्तक दे दी है। गुरुवार को महाराष्ट्र, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में जमकर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है।

कोरोना वायरस संक्रमण के अलावा मानसून से संबंधित बीमारियों के बढ़ने की आशंका जताते हुए परामर्श जारी किया था। (file photo)
मुंबई/हैदराबाद/भुवनेश्वरः दक्षिण पश्चिम मानसून ने बृहस्पतिवार को गोवा और दक्षिण एवं तटीय महाराष्ट्र के हिस्सों में दस्तक दे दी और इसके अगले दो दिनों में इसके और आगे बढ़ने की उम्मीद है।
यह जानकारी मौसम विभाग के एक अधिकारी ने यहां दी। विभाग ने अगले 48 घंटे में महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग के मुंबई केंद्र के उप महानिदेशक के एस होसलीकर ने कहा ‘‘दक्षिण पश्चिम मानसून महाराष्ट्र पहुंच गया है। यह हरनई (तटीय रत्नागिरि जिले में), सोलापुर (दक्षिण महाराष्ट्र में), रामागुंडम (तेलंगाना) और जगदलपुर (छत्तीसगढ़) के ऊपर से गुजर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगले 48 घंटों में महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों में इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं। भारी वर्षा की चेतावनी जारी की जाती है।’’
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तटीय सिंधुदुर्ग जिले (जिसकी सीमा गोवा से लगती हैं) के कुछ हिस्सों में बृहस्पतिवार पूर्वाह्न 11 बजे से बारिश हुई है। यह जिला महाराष्ट्र के दक्षिणी छोर पर स्थित है। साथ ही अंबोली, वेंगुरला और अन्य पड़ोसी इलाके में भी बारिश हुई है। पिछले कुछ दिनों में मुंबई और उसके उपनगरीय क्षेत्रों सहित राज्य के कई हिस्सों में मॉनसून-पूर्व वर्षा हुई है। पिछले सप्ताह बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने कोरोना वायरस संक्रमण के अलावा मानसून से संबंधित बीमारियों के बढ़ने की आशंका जताते हुए परामर्श जारी किया था।
बीएमसी ने नागरिकों से कहा था कि यदि उन्हें ठंड लगने, जोड़ों में दर्द, चकत्ते, खांसी, सांस फूलने, दस्त, उल्टी और गले में खराश जैसे लक्षणों के साथ बुखार हो तो वे आसपास के क्लीनिक जाएं या सामुदायिक स्वास्थ्य स्वयंसेवकों को सूचित करें। इस बीच तटीय राज्य गोवा में पूरे बृहस्पतिवार को वर्षा हुई।
मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पणजी में बताया कि दिन में गोवा में मानसून पहुंच गया और 12-13 जून के लिए भारी वर्षा का एक ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। मौसम विभाग ने कहा कि गोवा में बुधवार से ही व्यापक वर्षा हो रही है। दक्षिण गोवा के मडगांव में अधिकतम सात सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई। विभाग ने मछुआरों से समु्द्र में नहीं उतरने की सलाह दी। मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि मानसून बृहस्पतिवार को ओडिशा भी पहुंच गया। मानसून ने मलकानगिरि, कोरापुट, रायगढ़ा, गजपति और गंजाम सहित कई जिलों कवर कर लिया है।
दक्षिण पश्चिम मानसून ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र में दस्तक दे दी और राज्य के कुछ तटवर्ती हिस्सों में वर्षा हुई। यह जानकारी मौसम विभाग के एक अधिकारी ने यहां दी।
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में राज्य के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान जताया है। विभाग के मुंबई केंद्र के उप महानिदेशक के एस होसलीकर ने कहा ‘‘दक्षिण पश्चिम मानसून महाराष्ट्र पहुंच गया है। यह हरनई, सोलापुर, रामागुंडम (तेलंगाना) और जगदलपुर (छत्तीसगढ़) के ऊपर से गुजर रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगले 48 घंटों में महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों में इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं। भारी वर्षा की चेतावनी जारी की जाती है।’’ एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तटीय सिंधुदुर्ग जिले के कुछ हिस्सों में बृहस्पतिवार पूर्वाह्न 11 बजे से बारिश हुई है जो कि महाराष्ट्र के दक्षिणी छोर पर स्थित है। साथ ही अंबोली, वेंगुरला और अन्य पड़ोसी इलाके में भी बारिश हुई है।
पिछले कुछ दिनों में मुंबई और उसके उपनगरीय क्षेत्रों सहित राज्य के कई हिस्सों में मॉनसून-पूर्व वर्षा हुई है। पिछले सप्ताह बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने कोरोना वायरस संक्रमण के अलावा मानसून से संबंधित बीमारियों के बढ़ने की आशंका जताते हुए परामर्श जारी किया था।
बीएमसी ने नागरिकों से कहा था कि यदि उन्हें ठंड लगने, जोड़ों में दर्द, चकत्ते, खांसी, सांस फूलने, दस्त, उल्टी और गले में खराश जैसे लक्षणों के साथ बुखार हो तो वे आसपास के क्लीनिक जाएं या सामुदायिक स्वास्थ्य स्वयंसेवकों को सूचित करें। बीएमसी ने साथ नागरिकों से अपील की कि वे मच्छरों को पैदा होने से रोकने के लिए अपने आवासीय भवनों और आसपास के क्षेत्रों को साफ रखें।
तेलंगाना के ज्यादातर हिस्सों में हो सकती है बारिश
दक्षिण-पश्चिमी मानसून बृहस्पतिवार को तेलंगाना के ज्यादातर हिस्सों की तरफ बढ़ रहा है और अगले तीन दिन के दौरान राज्य के अधिकांश भाग में भारी बारिश की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग केंद्र ने यहां बताया कि तेलंगाना के बाकी बचे हिस्सों में भी 48 घंटे के भीतर दक्षिणी पश्चिम मानसून के पहुंचने की अनुकूल स्थितियां बन रही हैं।
पिछले 24 घंटे में हुई बारिश के बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे तक दर्ज आंकड़ों के अनुसार महबूबाबाद जिले के डोरांकल में 14 सेमी और इसी जिले के गर्ला में 13 सेमी बारिश हुई। वहीं वारंगल शहरी जिले के हनामकोंडा और यदादरी-भोंगीर जिले के यदागिरिगुट्टा में क्रमश: 12 सेमी और 11 सेमी बारिश हुई।
मौसम केंद्र ने तेलंगाना में मौसम के अगले तीन दिन के पूर्वानुमान में बताया है कि कुछ स्थानों पर 11 जून से 12 जून के बीच भारी से भारी बारिश और कुछ दूरदराज के इलाकों में काफी भारी बारिश की संभावना है। वहीं 12 जून से 13 जून के बीच भारी से काफी भारी और वहीं दूरदराज के क्षेत्रों में बेहद भारी बारिश होगी। इसके अलावा 13 से 14 जून के बीच तेलंगाना में दूरदराज के इलाकों में भारी बारिश होगी।
दक्षिण पश्चिम मानसून ने ओडिशा में दस्तक दी, राज्य के कई हिस्सों में हुई वर्षा
दक्षिण-पश्चिम मानसून आधिकारिक तौर पर बृहस्पतिवार को ओडिशा पहुंच गया जिससे राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई। यह जानकारी मौसम विज्ञान विभाग ने दी। मानसून आने से मलकानगिरि, कोरापुट, रायगढ़ा, गजपति और गंजाम सहित कई जिलों में दिन में बारिश हुई। किसानों के चेहरों पर बारिश देख कर खुशी आ गई। मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर के निदेशक एच आर बिस्वास ने पीटीआई से कहा, ‘‘दक्षिण-पश्चिम मानसून ने ओडिशा में दस्तक दे दी है। मानसून अब तक राज्य के कई दक्षिणी जिलों में छा गया है।’’
बिस्वास ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने में पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से काफी हद तक मदद मिल रही है। मौसम विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि मानसून के राज्य के अन्य हिस्सों में बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। अधिकारी ने कहा कि अब दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरे ओडिशा को एक सप्ताह में कवर कर सकता है। मौसम विभाग के केंद्र ने कहा है कि ओडिशा के अधिकतर हिस्सों में कम दबाव के प्रभाव से मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है।
मॉनसून की शुरुआत चार महीने लंबे बरसात के मौसम की शुरुआत होती है। पिछले 24 घंटे से ओडिशा के कई हिस्सों में मॉनसून-पूर्व वर्षा हो रही थी। विशेषकर दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्र में, जिनमें गंजाम, कोरापुट, गजपति, रायगढ़ा, कंधमाल, खुर्दा, पुरी, कटक, जगतसिंहपुर और बालासोर जैसे जिले शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार, इस साल ओडिशा सहित मध्य भारत में सामान्य मानसून अपेक्षित है।

