हम किसी भी तरह की हिंसा के प्रयोग का विरोध करते हैं : विदेश मंत्रालय ने म्यांमा स्थिति पर कहा
By भाषा | Updated: April 2, 2021 20:14 IST2021-04-02T20:14:13+5:302021-04-02T20:14:13+5:30

हम किसी भी तरह की हिंसा के प्रयोग का विरोध करते हैं : विदेश मंत्रालय ने म्यांमा स्थिति पर कहा
नयी दिल्ली, दो अप्रैल म्यांमा में सेना द्वारा एक फरवरी के तख्तापलट के बाद विरोध प्रदर्शन करने वाले नागरिकों पर बल प्रयोग जारी रखने के बीच भारत ने शुक्रवार को किसी भी तरह की हिंसा के प्रयोग की निंदा की और कहा कि वह उस देश में लोकतंत्र की बहाली का पक्षधर है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आनलाइन सप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि भारत ने राजनीतिक कैदियों की रिहाई की अपील की है और 10 देशों के समूह आसियान के प्रयासों सहित वर्तमान स्थिति के समाधान के प्रयासों का समर्थन किया है ।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम किसी तरह की हिंसा के प्रयोग की निंदा करते हैं । हम समझते हैं कि कानून का शासन स्थापित होना चाहिए । हम म्यांमा में लोकतंत्र की बहाली के पक्षधर हैं । ’’
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत, म्यांमा के लोगों को भारत-म्यांमा सीमा से अपनी ओर आने की अनुमति देगा, बागची ने कहा कि इस स्थिति से कानून और मानवीय दृष्टिकोण, दोनों आधार पर निपटा जायेगा ।
उन्होंने कहा, ‘‘ जहां तक सीमा पार करने का संबंध है, हम इस स्थिति से अपने कानून और मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर निपटेंगे।’’
गौरतलब है कि म्यांमा में सेना द्वारा एक फरवरी को तख्तापलट के बाद जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन हो रहा है। तख्तापलट के बाद नेशनल लीग फार डेमोक्रेसी की नेता आंग सान सू च्यी सहित देश में महत्वपूर्ण नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। विरोध प्रदर्शन के खिलाफ म्यांमा प्रशासन के बल प्रयोग में काफी लोग मारे गए हैं ।
बागची ने कहा कि भारत सरकार इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय वार्ताकारों एवं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से सम्पर्क में हैं ताकि देश संतुलित एवं रचनात्मक भूमिका निभा सके ।
यह पूछे जाने पर कि विरोध प्रदर्शन करने वाले कुछ लोगों को गोली मारे जाने के दिन ही म्यांमा में भारतीय दूतावास के एक राजनयिक ने सशस्त्र बल दिवस के कार्यक्रम में हिस्सा लिया, बागची ने कहा कि भारतीय राजनयिक उस देश में नियमित राजनयिक जिम्मेदारियों का निर्वाह कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा, ‘‘ म्यामां में हमारा परिचालनरत दूतावास है। हमारे राजदूत, रक्षा अताशे एवं अन्य राजनयिक अधिकारी नियमित राजनयिक जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हैं ।’’
उन्होंने कहा कि रक्षा अताशे के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने को इससे अधिक और कुछ नहीं समझा जाना चाहिए।
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