नौसेना प्रमुख के तौर पर वाइस एडमिरल करमबीर सिंह की नियुक्ति को चुनौती, कोर्ट पहुंचे वाइस एडमिरल बिमल वर्मा
By भाषा | Updated: April 8, 2019 18:17 IST2019-04-08T18:15:56+5:302019-04-08T18:17:45+5:30
सरकार ने गत महीने वाइस एडमिरल करमबीर सिंह को अगला नौसेना प्रमुख नामित किया था जो कि एडमिरल सुनील लांबा का स्थान लेंगे। एडमिरल लांबा 30 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

नौसेना प्रमुख के तौर पर वाइस एडमिरल करमबीर सिंह की नियुक्ति को चुनौती, कोर्ट पहुंचे वाइस एडमिरल बिमल वर्मा
अंडमान और निकोबार कमान के कमांडर इन चीफ वाइस एडमिरल बिमल वर्मा यह जानने की मांग के साथ एक सशस्त्र बल न्यायाधिकरण पहुंचे हैं कि लाइन आफ कमान में वरिष्ठतम होने के बावजूद अगले नौसेना प्रमुख पद के लिए उन्हें नजरअंदाज क्यों किया गया। यह बात आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बतायी। सरकार ने गत महीने वाइस एडमिरल करमबीर सिंह को अगला नौसेना प्रमुख नामित किया था जो कि एडमिरल सुनील लांबा का स्थान लेंगे। एडमिरल लांबा 30 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सरकार ने यह चयन मेरिट आधारित रुख अपनाते हुए किया और पद पर वरिष्ठतम अधिकारी को नियुक्त करने की परंपरा का पालन नहीं किया।
Vice Admiral Bimal Verma moves Armed Forces Tribunal after being superseded for Naval Chief post
— ANI Digital (@ani_digital) April 8, 2019
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वाइस एडमिरल वर्मा सिंह से वरिष्ठ हैं और वह शीर्ष पद के लिए दावेदारों में शामिल थे। सूत्रों ने कहा कि वाइस एडमिरल वर्मा राष्ट्रीय राजधानी स्थित एक सशस्त्र बल न्यायाधिकरण पहुंचे हैं और जानना चाहा है कि सरकार ने उनकी वरिष्ठता को नजरअंदाज क्यों किया। सूत्रों ने कहा कि उनकी याचिका पर मंगलवार को सुनवायी होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने कहा कि वर्मा के अलावा नौसेना प्रमुख के लिए अन्य दावेदारों में वाइस चीफ ऑफ नेवल स्टाफ वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार, पश्चिमी नौसेना कमान के एफओसी इन सी वाइस एडमिरल अजित कुमार और दक्षिणी नौसेना कमान के एफओसी इन सी वाइस एडमिरल अनिल कुमार चावला शामिल थे। 2016 में सेना प्रमुख नियुक्त करते समय सरकार ने वरिष्ठता के साथ जाने की पुरानी परंपरा का पालन नहीं किया था।