नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को कहा कि भारत में अब तक नए कोरोना वायरस वैरिएंट ओमीक्रोन का कोई मामला सामने नहीं आया है। राज्यसभा में मंत्री ने कहा, "यह नया संस्करण 14 देशों में पाया गया है। भारत में अभी तक ओमीक्रोन का कोई मामला नहीं है।"
भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक कंसोर्टिया INSACOG स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है। मंत्री ने कहा कि सरकार सभी सावधानियां बरत रही है और जीनोम सीक्वेंसिंग भी कर रही है। इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सलाह दी कि वे कई देशों में ओमीक्रोन के फैलने की बढ़ती चिंताओं के बीच मामलों की जल्द पहचान और प्रबंधन के लिए परीक्षण तेज करें।
भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से पर्याप्त बुनियादी ढांचा सुनिश्चित करने और घरेलू अलगाव की निगरानी करने को कहा। बी.1.1.1.529 कोविड संस्करण या ओमीक्रोन, जिसे पहली बार पिछले सप्ताह दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 'चिंता के प्रकार' के रूप में नामित किया गया था।
कोविड-19 महामारी अभी नियंत्रण में है लेकिन यह पूरी तरह से समाप्त नहीं हुई है और पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस संबंध में लोगों को आगाह किया है। उन्होंने कोविड महामारी पर काबू के लिए टीकाकरण को अहम बताते हुए कहा कि अब तक टीकों की 124 करोड़ से अधिक खुराकें लगायी जा चुकी हैं और हर दिन 70 से 80 लाख खुराक दी जा रही है। मांडविया ने कहा कि अब घर-घर जाकर टीकाकरण पर भी जोर दिया जा रहा है।
ब्रिटेन में ‘ओमीक्रोन’ के मामलों की संख्या 14 हुई, सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना अनिवार्य
स्कॉटलैंड में तीन नए मामले सामने आने के बाद ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्वरूप से जुड़े मामलों की संख्या अब 14 हो गई है और इससे उत्पन्न चिंता के चलते मंगलवार से देश में सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि आज से प्रभावी होने जा रहे उपाय सही हैं और इनके माध्यम से नए स्वरूप से निपटने की तैयारियों के लिए समय मिलेगा।
उन्होंने कहा, “हम जो कुछ भी जानते हैं, उसके आधार पर, हमारे टीके और बूस्टर हमारी रक्षा की सबसे अच्छी पंक्ति बने हुए हैं, इसलिए यह पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है कि जब लोगों का नंबर आए तो वे बूस्टर खुराक लगवाने के लिए आगे आएं। आज के कदम न केवल नए स्वरूप के प्रसार को धीमा करने बल्कि ये एक-दूसरे की रक्षा करने में भी हमारी मदद करेंगे।”
मंगलवार से लागू हुए उपायों के तहत किसी तरह की छूट मिलने तक लोगों को दुकानों, बैंक, डाकघरों, सार्वजनिक परिवहन और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर अनिवार्य रूप से मास्क पहनना होगा तथा यह एक कानूनी आवश्यकता होगी। कदमों के तहत सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को आगमन के बाद दूसरे दिन के अंत तक पीसीआर परीक्षण कराना होगा और निगेटिव रिपोर्ट आने तक उन्हें स्व-पृथक-वास में रहना होगा। इसके अलावा, ‘ओमीक्रोन’ के संदिग्ध मामलों से जुड़े व्यक्तियों के संपर्क में आए सभी लोगों को स्व-पृथक-वास में रहना होगा चाहे उनकी उम्र या टीकाकरण की स्थिति कुछ भी हो।
इन लोगों से राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) परीक्षण और खोज प्रणाली विभाग द्वारा संपर्क किया जाएगा। डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि ये उपाय अस्थायी और एहतियाती हैं तथा तीन सप्ताह में इनकी समीक्षा की जाएगी। सोमवार को, टीकाकरण संबंधी संयुक्त समिति ने बूस्टर खुराक कार्यक्रम को 18-39 वर्ष के सभी लोगों के लिए विस्तारित करने की सलाह दी और दूसरी खुराक एवं बूस्टर खुराक के बीच के अंतर को घटाकर तीन महीने कर दिया गया।
बारह से 15 वर्ष तक की आयु के सभी लोगों को अब फाइजर/बायोएनटेक के कोविड रोधी की दूसरी खुराक लेने की सलाह दी गई है जो पहली खुराक के 12 सप्ताह बाद लेनी होगी। तीन प्राथमिक खुराक ले चुके गंभीर रूप से कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों को अब चौथी बूस्टर खुराक देने की सलाह दी गई है। ‘ओमीक्रोन’ की सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पहचान की गई थी जिसके बाद ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, लेसोथो, इस्वातिनी, ज़िम्बाब्वे, नामीबिया, मलावी, मोज़ाम्बिक, जाम्बिया और अंगोला को यात्रा प्रतिबंधों की सूची में शामिल कर लिया था।
कंबोडिया ने 10 अफ्रीकी देशों से यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया
कंबोडिया ने कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन से उत्पन्न खतरे का जिक्र करते हुए 10 अफ्रीकी देशों से आने वाले यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। पूरी तरह से टीकाकरण करा चुके यात्रियों के लिए कंबोडिया द्वारा अपनी सीमाएं फिर से खोलने के महज दो हफ्ते बाद सोमवार देर रात स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान में इस कदम की घोषणा की गई।
मंत्रालय ने कहा कि प्रवेश निषेध ऐसे किसी भी व्यक्ति पर लगाया गया है, जिसने पिछले तीन हफ्ते दक्षिण अफ्रीका सहित 10 अफ्रीकी देशों में बिताये हैं। अन्य नौ देशों में बोत्सवाना, एसवातिनी, लेसोथो, मोजाम्बिक, नामीबिया, जिम्बाब्वे, मलावी अंगोला और जाम्बिया शामिल हैं।उल्लेखनीय है कि ओमीक्रोन स्वरूप सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था। नये प्रतिबंधों को हटाने के लिए अब तक कोई तारीख निर्धारित नहीं की गई है।
(इनपुट एजेंसी)